हजारीबाग, 22 जुलाई 2025 – “रक्तदान – जीवनदान” की इस उक्ति को चरितार्थ कर दिखाया हजारीबाग बड़ासी निवासी समाजसेवी और झामुमो के सक्रिय कार्यकर्ता मिथिलेश मेहता ने।
आज दोपहर लगभग 12 बजे मिथिलेश को एक आपातकालीन कॉल आया, जिसमें एक गर्भवती महिला की डिलीवरी के बाद तुरंत रक्त की आवश्यकता की जानकारी दी गई। बिना किसी देर के, मिथिलेश मेहता ने इंसानियत का परिचय देते हुए हजारीबाग सदर अस्पताल पहुंचकर ब्लड बैंक में रक्तदान किया।
उनके द्वारा दिए गए रक्त से महिला की जान बचाई जा सकी और अब उसकी सेहत स्थिर और ठीक है। महिला के परिजनों ने समय पर सहयोग देने के लिए मिथिलेश मेहता का आभार व्यक्त किया।
इस मौके पर मिथिलेश मेहता ने कहा,
“अगर हमारे रक्त से किसी की जान बच सकती है, तो यह सबसे बड़ा पुण्य है। हर सक्षम व्यक्ति को निस्वार्थ भाव से रक्तदान करना चाहिए। यह न सिर्फ किसी की जिंदगी बचाता है, बल्कि समाज को इंसानियत का असली संदेश देता है।”
इस सराहनीय कार्य के लिए मिथिलेश मेहता को स्थानीय लोगों ने सच्चा समाजसेवी बताया और उनके कार्य की जमकर सराहना की।
– हजारीबाग से संवाददाता: निमेश कुमार

