Monday, November 18, 2024
Google search engine
HomeHindiकश्मीर का जिक्र जब जब होता है तब तब हमारे जेहन में...

कश्मीर का जिक्र जब जब होता है तब तब हमारे जेहन में आतंकवाद!

कश्मीर का जिक्र जब जब होता है तब तब हमारे जेहन में आतंकवाद, बर्फीले पहाड़ और कश्मीरी वादियों के साथ साथ बहुत सारी सुनहरी यादें घुमड़ने लगती हैं । कश्मीर को हम यूँ हीं धरती का स्वर्ग नहीं कहते बल्कि इसके पीछे एक पूरा परिवेश ऐसा है कि यदि इस कश्मीर को हम ढंग से दुनिया के मानस पटल पर अंकित कर दें तो इसके आगे स्विट्जरलैंड भी फ़ीका लगने लगेगा । वैसे भी इस कश्मीर की वादियों और उसके सटे बॉर्डर लाइन को लेकर कई फिल्में अब तक बन चुकी हैं , लेकिन अब एक नया प्रयोग लेकर निर्देशक अतुल गर्ग सामने आने वाले हैं । आजकल अतुल गर्ग ”कश्मीर एनिग्मा ऑफ पैराडाइज” नाम की फ़िल्म बना रहे हैं तो कश्मीर के बारे में हमें सम्पूर्ण जानकारी मुहैय्या कराएगी । इस फ़िल्म में आज़ादी से पहले सन 1930 से लेकर 2023 तक के कश्मीर के सफर के बारे में स्पस्ट तरीके से दिखाने की कोशिश की गई है । इसी फिल्म के कुछ हिस्से की शूटिंग इनदिनों महाराष्ट्र के लोनावाला में चल रही है । इसी शूटिंग के दौरान समय निकालकर निर्देशक अतुल गर्ग ने हमारे सवालों के कुछ रोचक जवाब दिए। आइए देखते हैं कि निर्देशक अतुल गर्ग ने कश्मीर और ”कश्मीर एनिग्मा ऑफ पैराडाइज” के बारे में क्या कहा है .!

प्रश्न – अतुल जी इस फ़िल्म का टाइटल ”कश्मीर एनिग्मा ऑफ पैराडाइज” क्यों है ?

अतुल गर्ग – दरअसल यही इस फ़िल्म की खास बात है कि इस टाइटल से भी लोग आकर्षित होने लगते हैं, जबकि एनिग्मा का मतलब पहेली होता है और हमने इस फ़िल्म में ये दिखाया है कि कश्मीर को लोग असलियत की बजाए एक पहेली की तरह क्यों देखते आये हैं । जबकि कश्मीर में देखने दिखाने को इतना कुछ उपलब्द्ध है कि आप एक फ़िल्म में पूरे कश्मीर को एक्सप्लोर ही नहीं कर सकते ।

प्रश्न – तो क्या आपने इस फ़िल्म की शूटिंग कश्मीर में भी किया है ?

अतुल गर्ग – जी हां , एक नहीं कई लोकेशन्स पर कश्मीर में हमने शूट किया है, हमारा तो पहला शेड्यूल ही श्रीनगर में 25 दिनों का था, फिर हमने अनन्तनाग, पुलवामा, किश्तवाड़, टँगमल , पहलगाम,कोकरनाग ,सेन्थन टॉप पर शूट किया है । हम उन लोगों में से नहीं हैं कि फ़िल्म कश्मीर के नाम पर है और शूटिंग कहीं और करके उसको कश्मीर के नाम पर बेच दें । हमने इन फ़िल्म में वास्तविकता दिखाने की कोशिश किया है । हमने तीन शेड्यूल कश्मीर में शूट किया है, डल झील से लेकर लाल चौक पर शूटिंग किया है । और अब कहानी की मांग के अनुरूप कुछ भाग की शूटिंग करने यहां आए हुए हैं ।

प्रश्न – आपको इतनी निर्भयता पूर्वक काम करते हुए कश्मीर में डर नहीं लगा ?

अतुल गर्ग – जी नहीं कैसा डर ? हमने यदि कुछ गलत किया होता तब तो डरने की बात थी .! हमारी अपनी मिट्टी में भी हमें शूटिंग करने में क्यों डर लगेगा ? हम तो कश्मीर की उस सच्चाई को फ़िल्म के जरिये दिखाने वाले हैं जहाँ पर लोगों ने सोंचना भी बन्द कर दिया है । हम कश्मीर की सच्चाई को दिखाने के लिए फ़िल्म बना रहे हैं, उस पहेली से पर्दा हटाने के लिए यह फ़िल्म बना रहे हैं । हम अभी कोकरनाग से शूटिंग करके वापस आये हैं और पता चला कि उसके चंद रोज बाद ही वहां पर बड़ी वारदात हो गई है तो ये कश्मीर में दुःखद है , ऐसी घटनाएं विचलित करती हैं लेकिन फिर भी हमारी फ़िल्म में आप बहुत कुछ देखेंगे ।

प्रश्न – जब आपने कश्मीर में इतने बड़े पैमाने पर शूटिंग किया है तो फिर वहां के लोगों के बारे में कुछ बताइए .!

अतुल गर्ग – कश्मीर के लोग बहुत ही प्यारे और सपोर्टिव नेचर के हैं । उनलोगों में खास बात ये भी है कि वो मदद करने को हमेशा तैयार रहते हैं । हमारी टीम शूटिंग से पहले लोकेशन पर सेन्थन टॉप पर गए थे और अचानक से भारी बर्फबारी शुरू हो गई , हमारे आगे जाने के सारे रास्ते बंद हो गए थे और तब उस हालात में हम वहां के लोकल लोगों की मदद से ही किश्तवाड़ पहुंचे और फिर वापस आ पाए। वहाँ के लोकल फ़ूड जबरदस्त हैं, वहां का वातावरण बिल्कुल ही आपको धरती पर स्वर्ग की अनुभूति करा देता है ।

प्रश्न – आपकी फ़िल्म में कौन से अभिनेता काम कर रहे हैं ? और इनके साथ काम करने का आपका अनुभव कैसा रहा ?

अतुल गर्ग – हमारी फ़िल्म ”कश्मीर एनिग्मा ऑफ पैराडाइज” में दर्शील सफारी, आकांक्षा पूरी, अध्ययन सुमन, आरिफ़ जकारिया, रजनीश दुग्गल , पवन चौपड़ा, मीर सरवर , अमित बहल, रामगोपाल बजाज , इनामुलहक, सज्जाद डेलाफ़्रूज और इनके जैसे बहुत सारे बड़े कलाकार काम कर रहे हैं । सबके साथ बेहतर तालमेल के साथ काम हुआ और देखिये लोग तो कहते ही थे कि इनमें जो कुछ बड़े नाम हैं उनके साथ काम करने में मुश्किलें आने वाली हैं लेकिन हमारे साथ ऐसा कुछ भी नहीं हुआ । सबने बेहतरीन कॉपरेटिव तरीके से काम किया और किसी के साथ काम करने में कोई परेशानी नहीं हुई । उसी का नतीजा है कि अब हमारा काम फाइनल स्टेज पर है ।

प्रश्न – इसके पहले आपने और कौन सी फिल्में किया है ?

अतुल गर्ग – हमने इसके पहले 2006 में मुद्दु का निर्देशन किया था , फिर 2011 में ऑल यू नीड लव किया , फिर भारत एक दर्शन नाम का टेलीविजन शो किया , 2014 में नगरवधू आम्रपाली किया, सन 2018 में द लीजेंड ऑफ पिकॉक किया । ये सब फिल्में मेरी बतौर निर्देशक हैं, इसके अलावा भी बहुत सारी फिल्में किया हूँ जिनकी डिटेल आईएमडीबी पर उपलब्द्ध हैं ।

प्रश्न – इसके अलावा आप किसी और प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं ? यह फ़िल्म रिलीज़ कब होगी ?

अतुल गर्ग – अभी तो सारा फोकस और सारी ऊर्जा यहीं समाहित किये हुए हैं । यह फ़िल्म कम्प्लीट हो जाए, रिलीज़ हो जाये तो फिर दूसरी फिल्मों पर ध्यान दिया जाएगा । इस फ़िल्म ”कश्मीर एनिग्मा ऑफ पैराडाइज” को जनवरी 2024 में रिलीज करने की तैयारी है ।

RELATED ARTICLES

Most Popular