Thomas Raj: साहिबगंज जिले के बोरियो प्रखंड अंतर्गत चासगांव पंचायत के छोटा चंदवासी गांव के लोग अब भी लालटेन और डिबरी के सहारे रातें गुजारने को मजबूर हैं। 21वीं सदी में जहां दुनिया चांद पर घर बसाने की सोच रही है, वहीं इस गांव में बिजली, पानी और सड़क जैसी बुनियादी सुविधाओं का घोर अभाव है।
गर्मी के दस्तक देते ही पानी की किल्लत चरम पर पहुंच जाती है। ग्रामीणों को पीने के पानी के लिए 2-3 किलोमीटर दूर जाना पड़ता है। बिजली न होने के कारण मोबाइल चार्ज करने के लिए भी 5-6 किलोमीटर दूर बरहेट प्रखंड जाना पड़ता है। गांव के स्कूल में वर्षों पहले बोरिंग की गई थी, लेकिन वह भी लंबे समय से खराब पड़ी है।
स्थानीय ग्रामीण मंजय सोरेन और तुईला हेंब्रम का कहना है कि सरकार की ‘हर घर जल’ और ‘हर घर बिजली’ योजना के दावे यहां पूरी तरह फेल हो चुके हैं। गांव में अब भी लोग लालटेन और डिबरी के सहारे रात काटने को मजबूर हैं। माझी सूरन ने भी सरकार से गांव में बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने की मांग की है, ताकि ग्रामीणों को इस कठिन जीवन से राहत मिल सके।