Friday, December 5, 2025
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‘सन ऑफ़ सरदार 2’ में पहली बार पर्दे पर सरदार की भूमिका निभाएंगे रवि किशन: बहुप्रतिभाशाली स्टार का नया अवतार

अभिनेता और सांसद रवि किशन, जो अपनी दमदार स्क्रीन प्रेजेंस और विभिन्न भाषाओं में शानदार अभिनय के लिए जाने जाते हैं, अब ‘सन ऑफ़ सरदार 2’ में एक बिलकुल नए अवतार में नजर आने वाले हैं। अपने करियर में पहली बार वे पगड़ी पहनकर एक सरदार की भूमिका निभा रहे हैं — एक ऐसा किरदार जो खासकर उत्तर भारत में गहरी सांस्कृतिक और भावनात्मक गूंज रखता है।

फिल्म के बहुप्रतीक्षित ट्रेलर लॉन्च इवेंट के दौरान रवि किशन ने अपनी इस भूमिका को लेकर उत्साह और निजी जुड़ाव साझा किया। उन्होंने कहा,

“आपने मुझे कई किरदारों में देखा होगा, लेकिन सरदार के रूप में पहली बार देखेंगे। हमारे बिहार और यूपी के इलाके में, खासकर गोरखपुर जहां मेरी लोकसभा सीट है, वहां बहुत बड़ी सरदारों की आबादी है। 20–25 हजार से ज्यादा लोग हैं और दर्जनों गुरुद्वारे हैं। वहां की पूरी कम्युनिटी बहुत उत्साहित है, और अब पूरा उत्तर भारत मुझे एक सरदार के रूप में देखेगा।”

यह नया किरदार रवि किशन के बहुआयामी करियर में एक और महत्वपूर्ण पड़ाव है, जो भोजपुरी, हिंदी, तेलुगु और दक्षिण भारतीय सिनेमा में फैला हुआ है। गंभीर ड्रामा, एक्शन या कॉमेडी—हर भूमिका में वह गहराई और सच्चाई लाते हैं।

दिलचस्प बात ये है कि यह किरदार पहले संजय दत्त के लिए लिखा गया था, लेकिन किस्मत को कुछ और मंजूर था। इस बारे में बात करते हुए रवि किशन ने कहा,

“संजू बाबा को पहले ये रोल करना था, लेकिन वो नहीं हो पाया। जब अजय सर ने मुझे ऑफर किया तो मैं वाकई बहुत टेंशन में आ गया। डर लगा कि ये कैसे होगा। लेकिन अजय सर ने मुझ पर भरोसा जताया और कहा—’रवि, तू कर लेगा’। उसी विश्वास ने मुझे ये रोल करने की ताकत दी।”

फिल्म के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा,

“कॉमेडी तो बहुत देखी है, लेकिन इस फिल्म में एक अलग तरह की कॉमेडी है—जहां एक खूबसूरत कहानी आपके दिल को छूती है। ये फिल्म सिर्फ हंसाएगी नहीं, आपको भीतर तक छू जाएगी।”

उन्होंने स्क्रिप्ट की तारीफ की, जिसने ह्यूमर और इमोशन के बीच शानदार संतुलन बनाया है और कहा कि फिल्म के किरदार और कहानी दर्शकों के दिलों में लंबे समय तक बनी रहेगी।

इस फिल्म के जरिए रवि किशन न सिर्फ एक नया ऑन-स्क्रीन रूप लेकर आ रहे हैं, बल्कि उत्तर भारतीय दर्शकों से अपने जुड़ाव को भी और गहरा कर रहे हैं—एक ऐसी समुदाय को प्रतिनिधित्व देते हुए जिसे मुख्यधारा के सिनेमा में शायद ही इतनी प्रमुखता से दिखाया गया हो।

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