गिरिडीह: झारखंड मजदूर सभा के द्वारा बिरनी प्रखंड मुख्यालय के समीप भारत के ट्रेड यूनियनो के दो दिवसीय हड़ताल के समर्थन में एक प्रतिवाद मार्च निकाला गया। प्रतिवाद मार्च हटिया मैदान पलोंजिया से निकल कर बिराजपुर होते हुए हाइस्कूल तक गयी और अंत मे एक सभा मैं तब्दील हो गई।
सभा को संबोधित करते हुए झामस के प्रदेश महासचिव सीताराम सिंह ने कहा कि देश मे किसान बिल की तरह ही 4 लेबर कोड लाया जा रहा जो मजदूरों को गुलाम बनाने की साजिश है, मजदूरों के अधिकार का शोषण है और अनेक प्रकरण से इस मिश्रित सामाजिक अर्थव्यवस्था वाले देश को पूंजीवादी अर्थव्यवस्था में तब्दील करने की साजिश मोदी सरकार के द्वारा किया जा रहा है।
झारखंड: केंद्रीय ट्रेड यूनियनों और श्रमिक फेडरेशन के आह्वान पर सरकार द्वारा राष्ट्रीय संपदा का मेगा सेल लगाने, मजदूर विरोधी चार लेबर कोड लाने और निजीकरण के खिलाफ आयोजित दो दिन की हड़ताल के पहले दिन विभिन्न उद्योगों, प्रतिष्ठानों और वित्तीय संस्थानों मे हड़ताल का व्यापक असर रहा। pic.twitter.com/iejEZK6CUH
— CPI (M) (@cpimspeak) March 28, 2022
इसलिए किसान आंदोलन के तर्ज पर हरेक वर्ग के मजदूरों को इस केंद्र सरकार के खिलाफ संघर्ष करना होगा। तब जाकर मजदूर अपने हक अधिकार को सुरक्षित रख पाएंगे।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से झामस के नेता रामु बैठा, अखिल भारतीय किसान सभा के नेता मुस्तकीम अंसारी के साथ-साथ रामविलाश पासवान, मुंसी विश्वकर्मा, अशरेश तुरी,रामसहाय यादव, सहदेव यादव, शेखर सुमन, सुखदेव वर्मा, टेक्नारायन सिंह, प्रमोद सिंह, इंकलाबी नौजवान सभा के राज्य कमिटी सदस्य राजेश विश्वकर्मा, सीताराम पासवान, विक्रम आनंद रॉय, इम्तियाज अली, इनौस के सूर्यदेव तुरी, सोनू शर्मा, भरत रजक, संतोष दास, राजकिशोर बैठा, चंदन माथुर, झुनझुन रॉय, कामेश्वर मंडल आदि लोगों के साथ साथ सैकड़ो की संख्या में महिला-पुरुष शामिल हुए।