Saturday, November 23, 2024
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कोडरमा थर्मल पावर प्लांट में कार्यरत मेंटेनेंस मजदूरों के बीच समस्याओं का अंबार

मेंटेनेंस मजदूर छोटू कुमार यादव ने केन्द्रीय व झारखंड सरकार के मंत्री को लिखा पत्र

कोडरमा थर्मल पावर प्लांट में कार्यरत मेंटेनेंस मजदूर विभिन्न समस्याओं से जूझ रहे हैं। उनकी समस्याओं के समाधान के लिए चिंतित मेंटेनेंस मजदूर छोटू कुमार यादव ने केन्द्रीय मंत्री, श्रम एंव रोजगार मंत्रालय व झारखंड सरकार के श्रम नियोजन एंव प्रशिक्षण विभाग के मंत्री को पत्र लिखा है।

क्या है मांगें एंव समस्याएं है:

1. डीवीसी केटीपीएस में आईटीआई प्रशिक्षित मजदूरों को नौ वर्षों का कार्यानुभव होने के बावजूद डीवीसी केटीपीएस के अन्तर्गत मेंटेनेंस कार्य करवा रही विभिन्न कम्पनियों के द्वारा कुशल मजदूर का दर्जा नहीं दिया जाता है और कुशल मजदूर का वेतन भी नहीं दिया जाता है।

2. डीवीसी केटीपीएस के अन्तर्गत मेंटेनेंस कार्य करवा रही कम्पनियों में लगातार नौ-दस वर्षों से लैण्ड लुजर अकुशल एंव अर्धकुशल मजदूरों को भी पदोन्नति नहीं किया जा रहा है।

3. मेंटेनेंस में कार्यरत मजदूरों को ज्वाइनिंग लेटर तथा जो मजदूर लगातार पांच वर्षों से अधिक समय तक कार्य कर चुका है उसे ग्रेच्युटी नहीं दिया जा रहा है।

4. मेंटनेंस में कार्यरत मजदूरों को रात्रि भत्ता, ऊँचाई भत्ता तथा यात्रा भत्ता नहीं दिया जा रहा है।

5. मेंटनेंस में कार्यरत मजदूरों को पूर्ण सुरक्षा उपकरण, पोशाक नहीं दिया जाता है।

6. मजदूरों के लिये पूर्ण चिकित्सा व्यवस्था तथा उनके बच्चों के लिये शिक्षा का भी व्यवस्था नहीं किया गया है।

7. यदि कोई मेंटनेंस में कार्यरत मजदूर का प्लांट के अन्दर दुर्घटना एंव अन्य कारणों से मृत्यु होती है तो उनके परिजनों को सम्मानजनक मुआवजा के लिए तय राशि या नियम नहीं बनाया गया है।

8. लगभग 100 मजदूरों को प्लांट के अन्दर बंधुआ मजदूर की भांति रखा गया है। उसे न्यूनतम मजदूरी भी नही दिया जाता है। जबकि प्लांट के अन्दर मजदूरों को रखने का प्रावधान नहीं है।

9. अपनी मांगों और समस्या को लेकर डीवीसी पदाधिकारी के पास जाने वाले मजदूरों को काम से वंचित करने तथा गेट पास रद्द करने की धमकी दिया जाता है।

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