Saturday, May 10, 2025
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शारदा यूनिवर्सिटी में इंटरनेशनल फॉरेंसिक साइंस कॉन्फ्रेंस का भव्य आयोजन, वैश्विक विशेषज्ञों ने साझा किए इनोवेटिव शोध

ग्रेटर नोएडा: शारदा यूनिवर्सिटी के डिपार्टमेंट ऑफ फॉरेंसिक साइंस, शारदा स्कूल ऑफ एलाइड हेल्थ साइंसेज द्वारा आयोजित इंटरनेशनल फॉरेंसिक साइंस कॉन्फ्रेंस 1 से 3 मार्च 2025 तक सफलतापूर्वक संपन्न हुई। इस वैश्विक सम्मेलन में 180 स्नातक और स्नातकोत्तर छात्र, 32 पीएचडी शोधकर्ता, 20 फैकल्टी सदस्य और यूनाइटेड किंगडम तथा फिलीपींस से अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधियों ने भाग लिया। भारत के विभिन्न विश्वविद्यालयों से आए प्रतिभागियों ने इस आयोजन को वैश्विक संवाद का अनूठा मंच बना दिया।

संगठनात्मक नेतृत्व और प्रयास

इस सम्मेलन का आयोजन डॉ. भुवनेश कुमार (डीन ऑफ रिसर्च) के नेतृत्व में हुआ, जिसमें डॉ. करुणा सिंह (कन्वीनर), प्रशांत अग्रवाल और डॉ. ललित पी. चंद्रवंशी (सह-कन्वीनर) की महत्वपूर्ण भूमिका रही। इस तीन दिवसीय सम्मेलन का उद्देश्य फॉरेंसिक साइंस के विविध पहलुओं पर ज्ञानवर्धन और व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान करना था।

सम्मेलन के मुख्य आकर्षण

सम्मेलन में कई विशेषज्ञ वार्ताएं, वर्कशॉप और पैनल चर्चाएं आयोजित की गईं, जिसमें निम्नलिखित विषयों पर विशेष रूप से ध्यान दिया गया:

अपराध स्थल जांच (Crime Scene Investigation)

फॉरेंसिक केमिस्ट्री (Forensic Chemistry)

डिजिटल फॉरेंसिक्स (Digital Forensics)

फॉरेंसिक टॉक्सिकोलॉजी (Forensic Toxicology)

प्रश्नगत दस्तावेज़ों का विश्लेषण (Questioned Documents)

फॉरेंसिक साक्ष्यों के कानूनी प्रभाव (Legal Implications of Forensic Evidence)

विशेष रूप से डिजिटल फॉरेंसिक्स वर्कशॉप ने प्रतिभागियों का ध्यान आकर्षित किया, जिसमें साइबर सुरक्षा और डिजिटल साक्ष्यों की नवीनतम तकनीकों पर चर्चा की गई।

उद्घाटन सत्र और मुख्य वक्ता

सम्मेलन का उद्घाटन डॉ. दीपक मिधा, डॉ. ए.बी. पंत और यूनाइटेड किंगडम के डॉ. रॉबर्ट ग्रीन द्वारा किया गया। अपने उद्घाटन भाषण में इन प्रमुख विशेषज्ञों ने फॉरेंसिक साइंस की न्याय प्रणाली में भूमिका और शारदा यूनिवर्सिटी जैसे शिक्षण संस्थानों के योगदान पर प्रकाश डाला।

मुख्य भाषण में डॉ. ए.बी. पंत और डॉ. रॉबर्ट ग्रीन ने फॉरेंसिक साइंस में वैश्विक रुझानों पर गहन विचार-विमर्श किया और नवीनतम तकनीकों से प्रतिभागियों को अवगत कराया।

अंतरराष्ट्रीय सहयोग और संवाद

यूनाइटेड किंगडम और फिलीपींस से आए अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधियों ने अपने देशों में फॉरेंसिक साइंस से जुड़े नए शोध और चुनौतियों पर चर्चा की। इस वैश्विक सहभागिता ने छात्रों और शोधकर्ताओं के लिए बहुमूल्य अंतर्दृष्टि प्रदान की और अंतरराष्ट्रीय सहयोग के नए द्वार खोले।

संयोजन समिति की मेहनत

सम्मेलन की सफलता के पीछे संयोजन समिति का अहम योगदान रहा, जिसका नेतृत्व डॉ. गौरव (ऑर्गनाइजिंग सेक्रेटरी), डॉ. अनामिका और श्री हिमांशु ने किया। उनके प्रयासों और फैकल्टी सदस्यों के सहयोग से यह सम्मेलन एक शानदार ज्ञानवर्धक मंच बन सका।

समापन समारोह और निष्कर्ष

सम्मेलन का समापन एक औपचारिक समापन समारोह के साथ हुआ, जिसमें सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। विशेषज्ञ वक्ताओं, अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधियों और आयोजकों की सराहना की गई।

इस इंटरनेशनल फॉरेंसिक साइंस कॉन्फ्रेंस ने न केवल छात्रों, शोधकर्ताओं और पेशेवरों के लिए एक महत्वपूर्ण शैक्षणिक अनुभव प्रदान किया, बल्कि शारदा यूनिवर्सिटी की फॉरेंसिक साइंस शिक्षा को वैश्विक स्तर पर और मजबूती दी। इस आयोजन ने न केवल अकादमिक विकास को बढ़ावा दिया, बल्कि अंतरराष्ट्रीय नेटवर्किंग और शोध में भी नए अवसर उत्पन्न किए।

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