Hazaribagh News: हजारीबाग शहर के मालवीय मार्ग स्थित रानी सती मंदिर के 24 वर्ष पूर्ण हो चुके हैं एवं 25 वर्ष के प्रारंभ पर तीन दिवसीय दादी उत्सव मनाया जा रहा है। जिसके प्रथम दिन बुधवार को रानी सती मंदिर से भव्य कलश यात्रा निकाली गई। कलश यात्रा की पूजा अर्चना रानी सती मंदिर के पुजारी शशिकांत मिश्रा ने विधिवत रूप से संपन्न कराया। जिसके पश्चात रानी सती दादी की आरती के साथ प्रारंभ हुआ भव्य कलश यात्रा। जो हजारीबाग की विभिन्न चौक चौराहों का भ्रमण करते हुए पुनः मंदिर परिसर पहुंचाकर भव्य शोभा यात्रा संपन्न हुई।
शोभायात्रा में सर्वप्रथम आगे-आगे राजस्थानी परिधान में महिलाएं स्कूटी चला रही थी तो वही उसके पीछे दादी का भव्य दरबार सजा था। जिसके पीछे नन्हे नन्हे बच्चे दादी जीवनी पर झांकी प्रस्तुत कर रहे थे। तो वही उसके पीछे महिलाएं कलश लेकर चल रही थी। शोभा यात्रा के दौरान महिलाएं लाल पीली साड़ी एवं पुरुष कुर्ता पजामा में शामिल हुए। तो वही महिलाएं एवं पुरुषों ने रानी सती दादी की भजनों पर जमकर नृत्य किया। जय दादी की जयकारों के बीच विभिन्न चौक चौराहों पर भव्य शोभा यात्रा का स्वागत किया गया। तो वही शोभायात्रा के दौरान दादी भक्तों ने दादी का दीदार कर आरती भी किया।
मौके पर दादी भक्तों ने कहा कि दादी की असीम कृपा से दादी उत्सव का प्रथम दिन ऐतिहासिक रूप से संपन्न हुआ। तो वही दूसरे दिन मंदिर परिसर में भव्य मंगल पाठ का आयोजन किया गया है जिसके कथा वाचक पंकज मोदी हैं तो वहीं तीसरे दिन मंदिर परिसर में प्रातः काल में पूजा अर्चना के बाद देर शाम रानी सती दादी की महा आरती के पश्चात भव्य भजन कीर्तन का आयोजन किया गया है जिसके भजन गायक बिट्टू बिहारी उर्फ वीरेंद्र गर्ग है। जिसके पश्चात स्वल्पाहार की व्यवस्था की गई है जो रात्रि 8:30 बजे से 9:30 बजे तक चलेगी। शोभायात्रा के सफल कार्यक्रम के लिए सभी दादी भक्त बधाई के पात्र हैं।