चंदवारा: झारखंड सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों के युवाओं को आर्थिक रूप से सबल बनाने व उनकी प्रगति के लिये सरकारी केज कल्चर के माध्यम से मछली पालन करने को लेकर कई सुविधाएं दी है। लेकिन सरकार के ही तंत्र उनको सुरक्षा देने में नाकाम साबित हो रही है।
कुछ इसी तरह का मामला चंदवारा थाना क्षेत्र के ग्राम खाण्डी के ताराटाँड़ निवासी मो. जीबरैल के साथ घटित हुई है। उन्होंने गांव के कुछ युवकों के साथ मिलकर चंदा खांडी मत्स्यजीवी सहयोग समिति लिमिटेड का गठन किया और मछली पालन के लिए मत्स्य विभाग से अनुदान पर तीन लाख रुपये के लागत का केज तिलैया जलाशय में लगा कर दिन रात मेहनत करने लगा। लेकिन उनकी मेहनत पर गांव के तीन युवाओं ने पानी फेर दिया। केज में पल रहे लगभग साढ़े चार लाख रूपये के तीन टन मछली चोरी कर लिया।
इस संबंध में मो. जिबरैल ने सात दिसम्बर को चंदवारा थाना में आवेदन देकर दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग किया। लेकिन लगभग दो सप्ताह के बाद भी पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नहीं किए जाने से जिब्राइल काफी मायूस है। उन्होंने बताया कि उनकी दो पुत्रियों की शादी के लिए मत्स्य पालन कर रहा था। लेकिन चोरों ने उनकी मंशा पर पानी फेर दिया।
उन्होंने चंदवारा थाना में दिए आवेदन में कहा है कि दिनांक 06.12.2021 को मछली का दाना खिला कर अपने घर में चले गये। जब दिनांक 07.12.2021 की सुबह केज के पास गया तो देखा कि मछली पालन के उपर लगे जाल को काट कर दो खंद से मछली गायब कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि दो खंद में लगभग साढ़े चार लाख रुपये के 3 टन मछली चोरी कर ली गई है। उन्होंने कहा है कि केज पर लगे सी०सी०टी०वी० कैमरा को चेक किया तो उनके गाँव के मंजुर आलम, पिता- सकुर मियां, युसूफ अंसारी व इतयाज अंसारी दोनों के पिता-अजीम मियां, तीनों ग्राम-खाण्डी, टोला- ताराटांड, थाना- चन्दवारा, जिला- कोडरमा ने मिलकर उक्त स्थान से चोरी कर कहीं दूसरे जगह ले जाकर बेच दिया गया है। उन्होंने कहा है कि इसके पूर्व भी उक्त तीनों के द्वारा मछली चोरी किया गया था। उसके बाद उक्त स्थान पर सी०सी०टी०मी० कैमरा लगाया था।
इधर मामले को लेकर थाना प्रभारी दुष्यंत सिंह ने बताया कि चोरी की घटना को लेकर थाने में आवेदन दिया गया है। जिस पर जांच चल रहा है।