गिरिडीह: गांवा प्रखंड के सभी मुख्यालय इन दिनों अतिरिक्त प्रभार के भरोसे चल रहा है जिसका खामियाजा यहां के जनता को भुगतना पड़ रहा है। प्रखंड विकास पदाधिकारी मधु कुमारी के ट्रांसफर के बाद से अब तक यहां स्थायी बीडीओ की पदस्थापन नहीं की गई है। उनके ट्रांसफर के बाद क्रमशः रामगोपाल पाण्डेय, संतोष प्रजापति और पुनः एक बार खोरीमहुआ दंडाधिकारी दीपक प्रसाद को प्रखण्ड विकास पदाधिकारी का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है जिसकी दूरी लगभग 20 किलोमीटर है। अब देखना ये है कि प्रखंड विकास पदाधिकारी गांवा में कितना समय दे पाते है।
वही अंचल कार्यालय भी अतिरिक्त प्रभार पर चल रहा है। लगभग डेढ़ साल पूर्व अरुण कुमार खलखो के जाने के बाद से अंचलाधिकारी का पद भी अतिरिक्त प्रभार पर चल रहा है। अधिसूचना के आधार पर बताया जा रहा है कि दंडाधिकारी डुमरी को अतिरिक्त प्रभार पर अंचलाधिकारी गांवां नियुक्त किया गया है जिसकी दूरी भी लगभग 70 किलोमीटर है जिससे अनुमान लगाया जा सकता है अंचलाधिकारी महोदय की उपस्थिति किस तरह हो सकती है।
बाल विकास कार्यालय भी अतिरिक्त प्रभार पर चलने से बहुत सारे समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। स्थाई सीडीपीओ नहीं रहने से ग्रामीणों को बहुत सारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। बताया जाता है कि प्रभारी सीडीपीओ भी किसी वजह से कई माह से गायब है जिससे तमाम आंगनबाड़ी केंद्र मनमाने ढंग से कार्य कर रही है और सेविकाओं को भी बहुत सारी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इधर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भी अतिरिक्त प्रभार पर है ही है।
इन पदों पर अतिरिक्त है प्रभार
प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी, प्रखंड खाद्य पूर्ति अधिकारी, चिकित्सा पदाधिकारी, बाल विकास पदाधिकारी एवं पशुपालन विभाग
क्या कहते हैं जनप्रतिनिधि
सांसद प्रतिनिधि श्री राम यादव ने बताया कि यह गांवा के जनता के लिए दुर्भाग्य की बात है की हमारे क्षेत्र में लगभग डेढ़ वर्षो से सारे के सारे पद प्रभार पर चल रहे हैं जिस पर सरकार की नजर नहीं है। मैं सरकार से मांग करता हूं कि गांवा में जल्द से जल्द स्थाई बीडीओ और सीओ का नियुक्ति करें।
पूर्व विधायक राजकुमार यादव ने बताया कि मैंने और भाकपा माले की टीम ने लगभग 6 दिनों तक दिनों तक गांवा प्रखंड मुख्यालय में धरना देकर स्थाई बीडीओ, सीओ का मांग किया था जिस पर मुझे आश्वासन तो मिला पर सरकार के द्वारा स्थाई बीडीओ, सीओ नहीं देने से यह प्रतीत होता है कि स्थानीय सरकार क्षेत्र का विकास नहीं चाहती है। यहां के स्थानीय विधायक सांसद ने कभी नजर क्षेत्र की समस्याओं पर नहीं है पर भाकपा माले चुप बैठने वाला नही है। अगर जल्द स्थाई बीडीओ-सीओ नही मिलेगा तो जल्द आन्दोलन किया जाएगा और मुख्यमंत्री को भी आवेदन देकर सूचित करने का काम करेंगे।
20 सूत्री अध्यक्ष सह झामुमो प्रखंड अध्यक्ष अजय सिंह ने बताया कि हमने कई बार जिलाध्यक्ष एवं गिरिडीह विधायक सुदीव्य कुमार सोनू से स्थानीय बीडीओ और सीओ का मांग किया एवं पूर्व प्रभारी बीडीओ के रवैये से अवगत कराया जिसके बाद बीडीओ और सीओ का तबादला कर नए बीडीओ सीओ को भेजा गया है और आश्वासन मिला है कि जल्द ही स्थाई बीडीओ और सीओ प्रखंड व अंचल को मिलेगा।