Monday, December 23, 2024
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Jharkhand Assembly Election 2024 : बरही विधानसभा का रण, यहां जातिगत समीकरण तय करता है जीत हार

  • बरही विधानसभा के 3 लाख 35 हजार 144 मतदाता बदलेंगे बरही का भाग्य

Jharkhand Assembly Election 2024″ बरही विधानसभा झारखंड की सबसे हॉट सीट मानी जा रही है, क्योंकि यहां कई दिग्गज चुनावी मैदान में है। जिनमें कांग्रेस प्रत्याशी अरुण साहू, भाजपा प्रत्याशी मनोज कुमार यादव एवं सपा प्रत्याशी उमाशंकर अकेला यादव समेत 14 अन्य प्रत्याशी चुनावी मैदान में है। जहां भाजपा और कांग्रेस में सीधा मुकाबला माना जा रहा है। बता दें कि इस चुनाव में कांग्रेस ने वर्तमान विद्यायक उमाशंकर अकेला का टिकट काटकर पार्टी ने अरुण साहू पर विश्वाश जताते हुए उम्मीदवार बनाया है। वहीं टिकट ना मिलने पर पार्टी से नाराज होकर उमाशंकर अकेला ने रातों रात समाजवादी पार्टी का दामन थामकर चुनावी दंगल में उतरे हुए है। इतना ही नहीं इनके अलावा भी 14 अन्य प्रत्याशी अपना भाग्य अजमा रहे है।

बरही विधानसभा सीट पर यादव प्रत्याशियों का रहा है वर्चस्व

बता दें कि वर्ष 2009 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के टिकट पर बरही से उमाशंकर अकेला चुनाव लड़ रहे थे। वहीं दूसरी और से कांग्रेस के टिकट पर मनोज यादव मैदान में थे। जहां भाजपा उम्मीदवार उमाशंकर अकेला को लगभग 60 हजार वोट मिले थे, वहीं कांग्रेस प्रत्याशी मनोज कुमार यादव को 51 हजार 959 वोट मिले थे। लेकिन वर्ष 2014 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी मनोज कुमार यादव ने जीत हासिल की थी। 2014 के चुनवा में भाजपा प्रत्याशी उमाशंकर अकेला यादव को हार का सामना करना पड़ा था। कांग्रेस प्रत्याशी मनोज कुमार यादव को 57818 वोट जबकि उमाशंकर अकेला यादव को 50 हजार 733 वोट ही मिले थे। लेकिन 2019 के विधानसभा चुनाव में सब कुछ उल्टा हो गया था मनोज यादव ने भाजपा ज्वाइन कर लिया था। जिसके बाद उमाशंकर अकेला ने कांग्रेस ज्वाइन कर लिया। जहां कांग्रेस प्रत्याशी उमाशंकर अकेला ने जीत हासिल की थी। उमाशंकर अकेला को 84 हजार 358 वोट मिले थे, जबकि भाजपा प्रत्याशी मनोज कुमार यादव को 72 हजार 987 वोट मिले थे। जिससे यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि बरही विधानसभा सीट पर यादव प्रत्याशियों का वर्चस्व रहा है।

यादव का वोट बैंक माना जाता है निर्णायक

वहीं चुनाव समीकरण की बात की जाए तो यादव का वोट बरही विधानसभा में निर्णायक माना जाता है। भाजपा प्रत्याशी मनोज कुमार यादव एवं सपा प्रत्याशी उमाशंकर अकेला दोनों इसी समाज से आते है। ऐसी स्थिति में वोटों का बटना तय माना जा रहा है। बरही में कांग्रेस का भी अपना जनाधार है। अल्पसंख्यक समाज के मतदाता शुरू से ही कांग्रेस के समर्थक रहे है। साथ ही यहां साहू समाज का भी अच्छा वोट बैंक है। साहू समाज पहले भाजपा के समर्थक रहे है लेकिन कांग्रेस पार्टी से अरुण साहू के चुनाव में आने के बाद स्थिति बदली – बदली सी लग रही है। ऐसे में भाजपा के वोट बैंक में सेंधमारी होने के कयास लगाए जा रहे है।

विदित हो कि मनोज कुमार यादव बरही विधानसभा से चार बार विधायक रह चुके है और पांचवी बार अपनी भाग्य अजमा रहे है। वहीं उमाशंकर अकेला भी दो बार विधायक रह चुके है। वहीं इस बार कांग्रेस प्रत्याशी अरुण साहू भी पूरे ताकत के साथ चुनावी मैदान में है।

बरही विधानसभा के 3 लाख 35 हजार 144 मतदाता बदलेंगे बरही का भाग्य

बरही विधानसभा में कुल 3 लाख 35 हजार 144 मतदाता है। चौपारण प्रखंड से सबसे अधिक 1 लाख 37 हजार 762 मतदाता है। जिसमें 70 हजार 734 पुरुष एवं 67 हजार 28 महिला मतदाता है। बरही प्रखंड में कुल 1 लाख 7 हजार 461 मतदाता है। जिसमें 54 हजार 639 पुरुष एवं 52 हजार 822 महिला मतदाता शामिल है। पदमा प्रखंड में कुल 45 हजार 675 मतदाता है। जिसमें 23 हजार 99 पुरुष एवं 22 हजार 576 महिला शामिल है। वहीं चंदवारा में कुल 44 हजार 246 मतदाता है। जिसमें 22 हजार 466 पुरुष एवं 21 हजार 780 महिला मतदाता शामिल है।

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