- द्वितीय बैठक संपन्न, पूजा विधि, पंडाल, लाइटिंग व विसर्जन जुलूस की बनी रूपरेखा
हजारीबाग। बड़ा बाजार दुर्गा पूजा महासमिति की द्वितीय बैठक सोमवार को मल्लाह टोली स्थित धर्मशाला प्रांगण में सम्पन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता महासमिति के सचिव दीप नारायण निषाद ने की। जय माता दी के गगनभेदी उद्घोष के साथ शुरू हुई इस बैठक में सदस्य रजत जयंती वर्ष के आयोजन को लेकर उत्साह से भरपूर नज़र आए।
इस वर्ष महासमिति अपनी स्थापना (2001) के 25 वर्ष पूरे कर रही है। इस ऐतिहासिक अवसर को यादगार बनाने के लिए बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। पूजा विधि-विधान को सुव्यवस्थित करने, अलौकिक पंडाल सजावट, भव्य विद्युत साज-सज्जा, आकर्षक लाइटिंग तथा विसर्जन जुलूस की रूपरेखा तय की गई। साथ ही सुरक्षा, स्वच्छता एवं जनसहभागिता को प्राथमिकता देने पर भी जोर दिया गया।
महासमिति से जुड़े 700 से अधिक सदस्य तन, मन और धन से इस आयोजन को सफल बनाने में जुटे हैं। महासमिति के अध्यक्ष प्रमोद यादव ने कहा कि यह हमारे लिए गर्व का विषय है कि स्थापना से अब तक निरंतर सेवा और भक्ति की परंपरा निभाने के बाद महासमिति रजत जयंती वर्ष में प्रवेश कर रही है। यह आयोजन केवल पूजा नहीं, बल्कि पूरे समाज को जोड़ने वाला एक सांस्कृतिक उत्सव है।
महासचिव दीप नारायण निषाद ने बताया कि इस वर्ष पंडाल, लाइटिंग और विसर्जन जुलूस अपने आप में अद्वितीय और आकर्षक होंगे, जिन्हें देखने के लिए शहर ही नहीं बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों से भी श्रद्धालु बड़ी संख्या में आएंगे। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि समाज के विभिन्न वर्गों को आयोजन से जोड़ा जाएगा ताकि हर कोई इस महापर्व का हिस्सा बन सके।
सदस्यों ने एक स्वर में संकल्प लिया कि रजत जयंती महोत्सव न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र बनेगा, बल्कि सामाजिक एकता, सांस्कृतिक धरोहर और भक्ति का अद्वितीय संगम भी प्रस्तुत करेगा।
बैठक में शिवदीप सिंह, ओमप्रकाश गुप्ता, दिलीप जायसवाल, प्रदीप जैन, बालगोविंद निषाद, लखन निषाद, गुड्डन सोनकर, पवन रावत खंडेलवाल, उमेश यादव, रितेश खंडेलवाल, आशुतोष चौधरी, अनिल मद्धेशिया, मनोज गुप्ता, पंकज कसेरा, संजय यादव, प्रेम निषाद, कृष केशरी, मयंक कुमार, कनिष्क कुमार एवं यश कुमार सहित अनेक सदस्य उपस्थित रहे।

