Dainik Bharat: पारा शिक्षकों को सरकार द्वारा सहायक अध्यापक का दर्जा मिलने पर प्रखंड के पारा शिक्षकों में खुशी का माहौल है। पारा शिक्षक से सहायक अध्यापक बने शिक्षकों ने सरकार के इस ऐतिहासिक निर्णय को स्वर्णिम दिन बताया। सहायक अध्यापकों ने खुशी में लोगों के बीच मिठाइयां बांटी और पटाखे छोड़े। वहीं, सहायक अध्यापकों के परिजनों ने भी इस खुशी का इजहार किया।
इस निर्णय के लिए सहायक अध्यापकों ने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन तथा शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो के प्रति आभार जताते हुए कहा कि झारखंड में कई सरकारें आई। सभी ने आश्वासन देने और पारा शिक्षकों को छलने का काम किया। हेमंत सोरेन की सरकार अपने वादे पर खरा उतरी और पारा शिक्षकों को वाजिब हक और अधिकार देने का काम किया।
प्रतिक्रिया देते हुए उमवि बरहमोरिया के प्रधानाध्यापक प्रदीप कुमार महतो ने कहा कि हमें जो सम्मान मिलना चाहिए था उसे हेमंत सोरेन की सरकार ने दिया। हम भी अपना फर्ज अदा कर सरकार के निर्देशों का पालन करेंगे। प्रखंड अध्यक्ष अनिता महतो ने कहा कि संगठन की ताकत से सबकुछ संभव है। मवि विष्णुगढ़ की शिक्षक प्रियंका कुमारी सिंह ने कहा कि खुशी तो हुई मगर संघर्ष अभी बाकी है। शिक्षक अनिता वर्णवाल ने कहा कि हमें यह उपहार मिलने में थोड़ी देर हुई। मुख्यमंत्री को धन्यवाद। मवि अचलजामो शिक्षक अरूण गोस्वामी ने शिक्षा मंत्री तथा मुख्यमंत्री को इसके लिए धन्यवाद दिया है। वहीं, प्रावि महुआटांड के शिक्षक ने कहा कि मिट्टी के लोग मिट्टी के लोगों का दर्द जान सकते हैं। शिक्षक राजेश महतो ने कहा कि झारखंड की माटी की सुगंध को आज पहचान मिली।