गिरिडीह के धनवार थाना क्षेत्र के घोड़थंबा ओपी की हरदिया नदी में बुधवार को बुआ और भतीजी के शव मिले. हरदिया नदी में एक साथ दो शव मिलने की सूचना आसपास के इलाके में फैली तो मौके पर ग्रामीणों की भीड़ जमा होने लगी.
एसडीपीओ मुकेश महतो पहुंचे घटनास्थल पर
नदी में मिले शव की पहचान घोड़थंबा ओपी के नवादा गांव के झलकडीहा टोला निवासी 40 वर्षीय जागीरण खातून और उसकी 14 वर्षीया भतीजी नाजिया परवीन के रूप में हुई है. जानकारी मिलने के बाद इलाके के एसडीपीओ मुकेश महतो, पुलिस निरीक्षक नवीन कुमार, धनवार थाना प्रभारी नागेन्द्र कुमार और घोड़थंबा ओपी प्रभारी ओमप्रकाश भी पुलिस जवानों के साथ घटनास्थल पहुंचे.
चाची-भतीजी की हत्या किन कारणों से हुई, यह फिलहाल स्पष्ट नहीं हो पाया है. और ना ही हत्या करने वालों का कोई सुराग मिला है. घटनास्थल में सिर्फ दोनों शवों के साथ कुछ कपड़े पड़े थे. इसके अलावे कुछ और नहीं मिला. अब पुलिस भी पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है.
दोनों के चेहरे और सिर के साथ शरीर के अलग-अलग हिस्सों में चोट के निशान ही साबित कर रहे थे, कि हत्यारों ने दोनों की हत्या धारदार हथियार से बेहद क्रूरता के साथ की गयी है. क्योंकि 40 वर्षीय महिला जागीरण खातून के सिर पर हुए वार के बाद उसकी दोनों आंखे बाहर निकल गई. जबकि दांतों में भी चोट के निशान दिखाई पड़ रहे थे. तो दूसरी तरफ 14 वर्षीय नाजिया परवीन के शरीर पर जख्म के कई निशान थे. लिहाजा, पुलिस भी मानकर चल रही है कि हत्या में शामिल अपराधियों ने धारदार हथियार का ही इस्तेमाल किया है.
कपड़े धोने हरदिया नदी गई थी चाची और भतीजी
जानकारी के अनुसार जागीरण खातून का पति बनारस में रहता है. बुधवार दोपहर को जागीरण अपनी गोतनी की बेटी और भतीजी नाजिया के साथ कपड़ा धोने झलकडीहा टोला से कुछ दूर हरदिया नदी पहुंची थी. जब काफी देर तक ये घर नहीं लौटीं तो जागीरण का बेटा नदी पहुंचा वहां उसने देखा कि उसकी मां और उसकी चचेरी बहन का शव नदी में उफान रहा है इस दौरान बेटे ने ही टोला के कई ग्रामीणों को घटना की जानकारी दी इसके बाद पुलिस पहुंची तो काफी संख्या में ग्रामीण भी घटनास्थल पहुंचे. चाची भतीजी का शव देखने पहुंचे इलाके के सामाजिक कार्यकर्ता आफताब आलम ने धनवार पुलिस से पूरे मामले की जांच कर दोषियों को जल्द गिरफ्तार करने की मांग की है उधर पुलिस दोनों के शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिए हैं.