बुधवार को गिरिडीह प्रखंड अंतर्गत पालमो पंचायत के ग्राम बंदरकुप्पी में स्थित पशु चिकित्सालय की प्रभारी पशु चिकित्सक डॉ. पूनम वर्मा अपने कार्यक्षेत्र से लगातार अनुपस्थित रही हैं। उनकी अनुपस्थिति के कारण ग्रामीण पशुओं का उचित इलाज नहीं हो पाने के कारण सैकड़ों पशु की मृत्यु हो चुकी है।
जिसके कारण ग्रामीणों में रोष व्याप्त है। ग्रामीणों से पता करने पर पता चला कि प्रभारी चिकित्सा प्रभारी कभी भी चिकित्सालय नहीं आती उनकी अनुपस्थिति में जब ग्रामीण अपने पशुओं के इलाज के सम्बंध में चिकित्सालय जाते हैं तो उनसे पैसे की मांग की जाती है। बिना पैसे दिए न ही टीका दिया जाता है ना दवा और ना ही इलाज ही किया जाता है। इस संबंध में पूर्व में भी ग्रामीणों ने यहां के स्टाफ से बात करने की कोशिश की थी उस समय भी ग्रामीणों से अभ्रदता की गई थी।
ग्रामीणों का कहना है कि प्रभारी पशु चिकित्सक डॉ पूनम वर्मा केवल 26 जनवरी,15 अगस्त एवं अन्य सरकारी कार्यक्रमों में ही चिकित्सालय आती हैं।आज जब प्रभारी चिकित्सक डॉ. पूनम वर्मा चिकित्सालय आई तो ग्रामीणों ने उनसे इस संबंध में बात करने का प्रयास किया तो पद एवं धन के मद से चूर होकर अभ्रदता पर उतर आई और सबको डाँट डंपट कर झूठे केस में फंसाने की बात कहने लगी। मौके पर जय प्रकाश सिंह,सुनील साहू,धीरज कुमार,अजित पांडेय,दिलीप साव, देवानंद साव, आकाश कुमार गुप्ता,चेतलाल साहू आदि उपस्थित थे।