पर्यावरण दिवस के अवसर पर बरही एसडीओ पूनम कुजूर, एसडीपीओ नाजिर अख्तर एवं पदमा सीओ ने संयुक्त रूप से अनुमंडल परिसर में पौधारोपण किया। वहीं एसडीओ पूनम कुजूर ने कहा की जैसे जैसे शहर विकसित होते जा रहे है, हरियाली कम और कंक्रीट के जंगल बढ़ते जा रहे है। हर साल प्रदूषण के मामले में बढ़ोतरी हो रही है। अगर हम सभी मिलकर अभी पर्यावरण पर ध्यान नहीं दिए तो आने वाले कुछ सालो में साफ हवा में सांस लेने के लिए सिर्फ पहाड़ और जंगल ही बचे रह जायेंगे। प्रदूषण लगातार हमारी सांसे कम कर रहा है। पैदा होने वाले बच्चे पर भी इसका असर दिख रहा है। इसीलिए 5 जून पर्यावरण दिवस पर हम सभी को प्रण लेना चाहिए जो आने वाली पीढ़ियों को साफ सुथरा हवा देने में मददगार हो सके।
बरही एसडीपीओ नाजिर अख्तर ने बताया की विश्व पर्यावरण दिवस पर्यावरण की सुरक्षा और संरक्षण के लिए पूरे विश्व में पर्यावरण दिवस मनाने की घोषणा संयुक्त राष्ट्र ने पर्यावरण के प्रति वैश्विक स्तर पर राजनीतिक और सामाजिक जागृति लाने हेतु वर्ष 1972 में को गई थी। इसे 5 जून से 16 जून तक संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा आयोजित विश्व पर्यावरण सम्मेलन में चर्चा के बाद शुरू किया गया था। 5 जून 1973 को पहला पर्यावरण दिवस मनाया गया था। पेड़ पौधे प्रकृति का दिया हुआ उपहार है, पेड़ हमारे जीवन में बहुत महत्व रखते है। पेड़ की हमारे वातावरण को साफ और प्रदूषणमुक्त रखते है। और यही पर्यावरण के सच्चे योद्धा है, जो पर्यावरण को स्वच्छ और सुंदर बनाए रखते है।