गिरिडीह जिला अंतर्गत पचंबा थाना क्षेत्र स्थित पिंडाटांड गांव में चल रहे श्री श्री 1008 श्री सार्वजनिक राधा कृष्ण नागेश्वर धाम प्राण प्रतिष्ठा सह श्रीमदभागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ के पांचवे दिन कथा वाचन के दौरान कहा गया कि “जिसकी रचना इतनी सुन्दर वो कितना सुन्दर होगा”‘। कन्हैया लाल जी ने कहा कि मंदिर में पूजा करने के लिए धन दौलत की आवश्यकता नहीं होती है केवल एक पुष्प और साफ मन ही काफी होती है।
उन्होंने कहा कि बच्चें को स्तनपान कराती माताओं को कभी क्रोध और वैमनस्य की भावना पैदा नही होने देना चाहिए वरना बच्चें के अंदर दुग्ध के साथ ये दुर्गुण भी बच्चें के अंदर सम्माहित हो जाती है। पिता को डांटना और माता को बांटना नही चाहिए। आज के बच्चें जिस तरह बाल को बेतरतीब और बेढंग तरीके से कटवाते है भारतीय सभ्यता संस्कृति के विरुद्ध है। आज पश्चिमी सभ्यता नई पीढी को अपनी ओर आकर्षित कर रही है जिसका श्रोत मोबाइल, टीवी और फिल्मी दुनिया है। कोई मंदिर जाओ तो ना किसी के लिए दुःख मांगने जाओ और ना ही खुद के लिए सुख मांगना अगर मांगनी हो तो अपने लिए प्रभु की कृपा मांगना। दुनिया में वही सुन्दर है जिसके अंदर दूसरे जीवों के प्रति दया भावना हो। कथा के बीच बीच में सुन्दर और मनमोहक भजन प्रस्तुत कर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध होकर ताली बजाकर झूमने पर मजबूर कर दिया। आज यज्ञ का पांचवी दिवस शांती पूर्वक संपन्न हो गई।