अपने पहले ही गाने के लिए आईफ़ा जैसे प्रतिष्ठित पुरस्कार के लिए नामांकित होना किसी के लिए भी एक बड़े सपने के साकार होने जैसा है. विशाल शेल्के ने फ़िल्म ‘जुग जुग जियो’ में अपने डेब्यू गाने ‘नैन ता हीरे’ के लिए आईफ़ा नामांकन मिलने पर अपनी ख़ुशी ज़ाहिर करते हुए अपनी संगीत यात्रा के बारे में ख़ासतौर पर बातचीत की. विशाल शेल्के कहते हैं, “मैंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि मुझे अपने पहले गाने के लिए इतना बड़ा सम्मान मिलेगा. मैं भगवान का बेहद शुक्रगुज़ार हूं कि मेरे डेब्यू गाने को लोगों ने इस क़दर सुना और सराहा. उल्लेखनीय है धर्मा प्रोडक्शन द्वारा निर्मित ‘जुग जगु जियो’ का गीत ‘नैन ता हीरे’ आते ही लोगों के दिलो-दिमाग पर छा गया था और कई हफ़्तों तक यह गाना यूट्यूब और स्पॉटिफ़ाई पर लोकप्रियता के पायदान पर सबसे ऊपर रहा.
ग़ौरतलब है कि ‘नैन ता हीरे’ गाना वरुण धवन और कियारा आडवाणी पर फ़िल्माया गया था जबकि इस फ़िल्म में अनिल कपूर और नीतू सिंह भी अहम भूमिकाओं में थे. इस गाने को गुरू रंधावा और असीस कौर ने सुमधुर अंदाज़ में गाया था. इस गाने की लोकप्रियता का आलम कुछ ऐसा था कि विशाल शेल्के रातों-रात एक स्टार कम्पोज़र के तौर पर उभरकर लोगों के सामने आए और हर किसी ने उनकी ख़ूब हौसलाअफ़साई भी की.
उल्लेखनीय है कि 26 और 27 मई को आबू धाबी के यास आईलैंड में आयोजित होने जा रहे है आईफ़ा 2023 के लिए नामांकित किये जाने के बाद विशाल शेल्के समारोह का हिस्सा बनने को लेकर बेहद उत्साहित नज़र आ रहे हैं. विशाल कहते हैं, “मुझे पुरस्कार मिले या फिर कोई और ये सम्मान हासिल करे, मुझे इससे फ़र्क नहीं पड़ता है. मगर मैं इन ख़ूबसूरत यादों को हमेशा अपने ज़हन में सहेज कर रखूंगा. मेरे लिए गाने के लिए नामांकित हो जाना ही अपने आप में एक बहुत बड़ी उपलब्धि है. इससे मुझे और भी बेहतर करने और पहले से और भी उम्दा किस्म के गानों को कम्पोज़ करने की प्रेरणा मिली है.”
मगर क्या आप इस बात से वाकिफ़ हैं कि ‘नैन ता हीरे’ यह गाना पहले किसी और फ़िल्म के लिए संगीतबद्ध किया गया था? जी हां, यह गाना धर्मा प्रोडक्शन्स की ही सुपरहिट फ़िल्म ‘गुड न्यूज़’ के लिए कम्पोज़ किया गया था, जिसे फ़िल्म की प्रमुख जोड़ी अक्षय कुमार और करीना कपूर पर फ़िल्माया जाना था. मगर किन्हीं अपरिहार्य कारणों से ऐसा संभव ना हो सका. विशाल कहते हैं, “मैं तहे-दिल से करण जौहर का शुक्रिया अदा करना चाहता हूं कि उन्होंने मुझपर इस क़दर विश्वास जताया और मुझ जैसे नवोदित संगीतकार को इतना बढ़िया मौका देकर मुझे अपनी प्रतिभा दर्शाने का मौका दिया.”
फ़िल्म इंडस्ट्री में अपने अब तक के सफ़र के बारे में बात करते हुए विशाल शेल्के कहते हैं कि उनके लिए इंडस्ट्री में एक संगीतकार के तौर पर अपने पांव जमाना और यहां तक पहुंचना कोई आसान काम नहीं था, मगर उन्होंने कभी भी उम्मीद का दामन नहीं छोड़ा. :
वे कहते हैं, “मैं बस पूरी शिद्दत के साथ अपने काम में लगा रहा. मैंने हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत की भी तालीम हासिल की है. अपने संघर्ष के दिनों में मैं रोज़ाना नई-नई धुनें बनाकर तमाम तरह के फ़िल्ममेकर्स से मिलने जाया करता था. आख़िरकार मेरी मेहनत रंग लाई. ए. आर. रहमान के मातहत संगीत की शिक्षा हासिल करना भी मेरे जीवन का अविस्मरणीय अध्याय है. जहां तक संगीत की बात है, मैं उन्हें अपना गुरू मानता हूं.”
विशाक शेल्के निर्देशक शशांक खेतान, राज मेहता और म्यूज़िक सुपरवाइज़र अज़ीम दयाल को अपना मार्गदर्शक और शुभचिंतक मानते हैं और अपनी सफलता का श्रेय इन तीनों को देते हैं. विशाल कहते हैं, ” ये तीनों लोगों ने मेरे पहले गाने के निर्माण के दौरान मेरी ख़ूब मदद की और बढ़िया ढंग से मेरा मार्गदर्शन किया. उन्होंने मुझे कभी इस बात का एहसास नहीं कराया कि मैं इंडस्ट्री में नया हूं. मैं हमेशा इन तीनों का शुक्रगुज़ार रहूंगा.”
ग़ौरतलब है कि ‘नैन ता हीरे’ से मिली पहचान के बाद विशाल शेल्के को बड़ी-बड़ी फ़िल्मों में म्यूज़िक कम्पोज करने के ऑफ़र मिले रहे हैं. जब विशाल से उनकी आनेवाली फ़िल्मों के बारे में सवाल पूछा गया तो उन्होंने इस संबंध में कहा, “फ़िलहाल मैं दो-तीन फ़िल्मों पर को लेकर काम करा रहा हूं जिनके विषय बहुत ही रोचक हैं. मैं कुछ स्वतंत्र गानों पर भी काम कर रहा हूं. मगर फ़िलहाल मैं उनके बारे में बात नहीं कर सकता हूं, लेकिन आपको जल्द ही इनके बारे में जानने को मिलेगा.”