नरेश कुमार, हजारीबाग: सात साल तक एक-दूसरे से प्यार करने वाले दलित युवक और पिछड़ी जाति की युवती के रिश्ते को समाज ने नामंजूर कर दिया था। परिवार के विरोध के कारण दोनों को अलग कर दिया गया, लड़के ने भी बात करना बंद कर दी, और लड़की निराश होकर पुलिस थाने तक पहुंची, लेकिन कोई समाधान नहीं मिला।
इसी बीच लड़की ने सोशल मीडिया के जरिए समाजसेवी अभिषेक कुमार से संपर्क किया। अभिषेक ने सबसे पहले महिला थाना में दोनों परिवारों के बीच समझौता कराया, जहां उन्होंने बताया कि केस-मुकदमे और कोर्ट के चक्कर में दोनों का जीवन बर्बाद हो सकता है। परिवारों को समझाने के बाद अभिषेक कुमार ने 28 तारीख को मुकुंदगंज स्थित काली मंदिर में शादी का प्रस्ताव रखा।
दोनों परिवारों की सहमति के बाद, समाज के सामने हिंदू रीति-रिवाज से विवाह संपन्न हुआ। अभिषेक कुमार ने न केवल शादी करवाई, बल्कि सभी को भोजन भी कराया और नवविवाहित जोड़े को आशीर्वाद देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।