गावां, गिरिडीह: गावां प्रखण्ड के कई पंचायतों में जन वितरण प्रणाली के डीलरों के द्वारा मनमानी ढंग से काम करने का मामला आता रहा है फिर भी विभाग नींद की दवा खाकर बेफिक्र गहरी नींद में सो रहे है। कभी डीलर के द्वारा कार्डधारियों से अंगूठा लगवा कर राशन नही देने का मामला तो कभी कम राशन देने का मामला प्रकाश में आता रहा है।
हैरत तो तब होती है जब पूरे महीने भर का राशन हड़प करने की बात कही जाती है। हालांकि मामला प्रकाश में आने के बाद विभाग के द्वारा कुछ डीलरों पर कार्यवाई करने की बात कह कर या थोड़ी बहुत कार्यवाई कर विभाग अपना कोरम पूरा कर लेता है जिसका परिणाम है कि भ्रष्ट डीलरों पर कोई खास असर नही पड़ता है। आये दिन प्रखण्ड के किसी न किसी पंचायत से डीलरों की मनमानी का मामला आता ही रहता है।
कार्डधारियों की माने तो राशन वितरण में कभी गड़बड़ियां हो रही है लेकिन बेचारा गरीब कार्डधारी खुलकर विरोध भी नही कर सकता है क्योंकि यदि वह विरोध करता है तो उसका राशन कार्ड रद्द करने की धमकी भी डीलरों के द्वारा दिया जाता है। भ्रष्ट डीलरों के खिलाफ कई स्थानीय जनप्रतिनिधियों के द्वारा भी आवाज़ उठाया गया लेकिन उनके आवाज़ में भी कोई खास दम खम नही दिखाई दिया और स्थिति जस की तस बनी हुई है। अब जानना ये है कि डीलरों और विभाग के पदाधिकारियों के बीच आखिर कौन सी गठजोड़ है या कैसा संरक्षण प्राप्त है जिसके कारण कार्डधारियों के इतने विरोध करने और मनमानी के निरंतर मामले आने के बाद भी विभाग के पदाधिकारियों के द्वारा कोई बड़ी करवाई नही की जा रही है। अगर ईमानदारी से जांच किया जाए तो शायद सारी बातें सामने आ सकती है।