गिरिडीह: पिहरा के 150 बच्चों को शैक्षणिक भ्रमण के लिए राजगीर एवं नालंदा भेजा गया है। बच्चे राजगीर की पहाड़ियों का अवलोकन, ब्रह्मकुंड, जरासंध का अखाड़ा, गरम जल स्नान सहित विभिन्न ऐतिहासिक स्थल और मंदिरों का अवलोकन किए एवं पहाड़ियों के मनमोहक दृश्य का आनंद उठाएं।
विश्व शांति स्तूप मंदिर में भगवान बौद्ध का दर्शन भी किए उसके बाद बिहार के प्रसिद्ध ऐतिहासिक स्थल नालंदा विश्वविद्यालय का परिभ्रमण किया एवं विद्यार्थियों को नालंदा विश्वविद्यालय के इतिहास को विषय विस्तार से देखने और समझने का अवसर प्राप्त हुआ उसके बाद राजगीर के प्राकृतिक जंगलों में वन भोज का कार्यक्रम संपन्न किया गया।
सभी विद्यार्थियों ने वन भोज कार्यक्रम का आनंद एक साथ लिए, मौके पर कोचिंग संस्था के शिक्षक अजय पंडित ने कहा कि ऐतिहासिक स्थल का भ्रमण कर छात्र-छात्राओं का इतिहास का अध्ययन प्राप्त करने में सहूलियत होगी। वे ऐतिहासिक स्थल के बारे में किताबों में पढ़ाई करते है। उन्होंने कहा कि कोचिंग संस्था की यह योजना छात्रों के लिए मानसिक व बौद्धिक विकास में सहायक साबित हो रहा है।
परिभ्रमण में शामिल अभिभावक स्वरूप सूर्यमणि पांडे ने कहा कि परिभ्रमण से बच्चों का बौद्धिक विकास होता है। बच्चों को पढ़ाई, खेलकूद के साथ-साथ परिभ्रमण की भी काफी जरूरी होती है। परिभ्रमण के दौरान बच्चें जिन दार्शनिक स्थल की चर्चा अपने शिक्षकों से सुनते हैं उसे वे अपने नजरों से देखेंगे।
शिक्षक कौशल किशोर सोनू ने कहा कि शिक्षा के साथ-साथ ऐतिहासिक स्थलों का परिभ्रमण भी विद्यार्थियों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है इससे विद्यार्थियों में अपने इतिहास के प्रति जागरूकता पैदा होती है एवं बच्चों के मानसिक एवं बौद्धिक विकास के लिए परिभ्रमण बहुत ही जरूरी है।
मौके पर शिक्षक विकास कुमार, दिनेश पंडित, अजीत कुमार, अजय पंडित, विनोद कुमार, कौशल किशोर सोनू, सूर्यमणि पांडे, राहुल कुमार, सरफराज आलम, जमशेद आलम, जितेंद्र कुमार, पंकज कुमार, अमन कुमार, राज बाबू, शुभमनी पांडे, रुपमणी पांडे, खुशी कुमारी, अनीशा भारती, रोशनी कुमारी सैकड़ों विद्यार्थी परिभ्रमण में शामिल हुए।