बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियां तेज
जैसे-जैसे बिहार विधानसभा चुनाव 2025 (Bihar Election 2025) करीब आ रहा है, वैसे-वैसे चुनाव लड़ने की इच्छा जताने वाले नेताओं की सूची भी लंबी होती जा रही है। इसी क्रम में राजद (RJD) नेता वाहिद खान ने भी अपनी इच्छा जाहिर की है कि वे आगामी विधानसभा चुनाव में किस्मत आजमाना चाहते हैं।
छात्र जीवन से राजनीति में सक्रिय
वाहिद खान 2012 से ही छात्र राजनीति और राजद की गतिविधियों से जुड़े हुए हैं। उन्होंने युवाओं की राजनीति से अपनी पहचान बनाई और 2013 में आयोजित युवा चेतना रैली में तेजस्वी यादव के साथ सक्रिय रूप से हिस्सा लिया। उस समय से ही वाहिद खान ने अपने बूथ स्तर पर राजद को मजबूत करने का प्रयास किया।
शेखपुरा के बरबीघा से आते हैं वाहिद खान
राजद नेता वाहिद खान बिहार के शेखपुरा जिले के बरबीघा के रहने वाले हैं। स्थानीय स्तर पर उनकी पकड़ मजबूत मानी जाती है और वे लगातार पार्टी संगठन को जमीनी स्तर पर मजबूत करने के लिए काम करते रहे हैं।
पार्टी के फैसले पर निर्भर चुनावी इच्छा
वाहिद खान ने साफ किया है कि वे चुनाव तभी लड़ेंगे जब पार्टी उन्हें मौका देगी। उनका कहना है:
“हम राजद के सच्चे सिपाही हैं। पार्टी जहां से टिकट देगी, वहां से पूरी ताकत से चुनाव लड़ेंगे।”
उन्होंने बताया कि 2020 विधानसभा चुनाव के दौरान भी उन्होंने टिकट की इच्छा जताई थी, लेकिन पार्टी निर्णय का सम्मान करते हुए जिनको टिकट मिला, उनका पूरी तरह सहयोग किया।
‘तेजस्वी तय’ का नारा गूंजा
वाहिद खान का मानना है कि पूरे बिहार में इस बार का नारा ‘तेजस्वी तय’ गूंज रहा है। उनका कहना है कि तेजस्वी यादव ने अपने 17 महीने के कार्यकाल में 5 लाख नौकरियां देने का काम कर यह साबित कर दिया कि वे युवाओं और बेरोजगारी जैसे मुद्दों को गंभीरता से लेते हैं।
2025 चुनाव में वाहिद खान की रणनीति
जब उनसे पूछा गया कि वे किस सीट से चुनाव लड़ना चाहेंगे, तो वाहिद खान ने साफ किया कि वे पार्टी के आदेश के अनुसार चुनाव लड़ेंगे। उनका फोकस संगठन को और मजबूत करना तथा जनता से जुड़कर राजद की नीतियों को प्रचारित करना है।
निष्कर्ष
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर राजनीतिक सरगर्मी तेज होती जा रही है। इस बार राजद नेता वाहिद खान भी चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी में दिख रहे हैं। उनका कहना है कि अगर पार्टी मौका देती है, तो वे पूरी मजबूती के साथ चुनाव लड़ेंगे। साथ ही उनका विश्वास है कि ‘तेजस्वी तय’ का नारा इस बार जनता के बीच गूंजेगा और बिहार की राजनीति में बड़ा बदलाव लाएगा।

