किसी भी योजना में शामिल लोगों के मददगार प्रयासों के साथ कोई भी फिल्म या वेब सीरिज़ बनाना एक बहुत ही गहन प्रक्रिया है। और जब हर कोई अच्छी तरह से खोजबीन कर आखिरी परिणाम पेश करने के लिए तैयार होता है, तो इस प्रक्रिया के दौरान सभी एक बड़ा परिवार बन जाते हैं। फिर चाहे वह दिग्गज हों, नवोदित कलाकार हों या क्रू हों; यह उनकी भूमिका या उनकी वरिष्ठता की बात नहीं है; बल्कि यह उनके साझा अनुभव की बात है जो एक रोमांचक योजना में परिवर्तित हो जाता है। पवन मल्होत्रा इंडस्ट्री के सबसे प्रसिद्ध नामों में से एक है, जिन्होंने अपने काम को अपनी पहचान बनाई है। सच पूछिए तो उनकी भूमिकाओं के विवरण और उसकी पेचीदगियां ही स्क्रीन पर उनके प्रदर्शन को परिभाषित करती हैं।
इंडस्ट्री में अपनी अभूतपूर्व यात्रा के साथ वह अपनी परिपक्वता तथा गर्मजोशी के लिए भी जाने जाते हैं। विशेष रूप से अपने काम में परफेक्शन लाने के साथ युवा अभिनेताओं के लिए वह एक मेंटर की भूमिका भी बखूबी निभाते हैं, जैसा कि उन्हें हाल ही में एमएक्स प्लेयर के शिक्षा मंडल के निर्माण के दौरान करते हुए देखा गया। सेट पर जूनियर्स के साथ बॉन्डिंग से लेकर अपने व्यवहार संबंधी लक्षणों के अलावा अपने चरित्र धांसू यादव के किरदार को पुख्ता करने के लिए उन्होंने कुछ पहलुओं को सीखा और कुछ को भुला दिया, जो काबिले तारीफ़ था।
इस विषय में जब पवन राज मल्होत्रा से बात की गयी तब उन्होंने कहा, “शिक्षा मंडल को करने की प्रमुख प्रेरणा इसकी मनोरंजक कहानी है, जो शिक्षा क्षेत्र के बुनियादी ढांचे के इर्द-गिर्द घूमती है। साथ ही, जिस किरदार को मैं निभा रहा हूँ उसकी बोली मेरे लिए नई थी। हालांकि मुझे डिक्शन को परफेक्ट करने के लिए काफी मदद मिली थी, लेकिन शुरू शुरू में मुझे धांसू यादव का रोल करने में बहुत डर लग रहा था। इसकी एक वजह इसकी अनोखी बोली भी थी। वैसे भी कोई भी नया प्रोजेक्ट शुरू करने से पहले मैं आमतौर पर बहुत नर्वस रहता हूँ। हालांकि, शिक्षा मंडल में नए और ज्यूनियर कलाकारों के साथ काम करना काफी ताज़गी भरा रहा। इससे मुझे सेट पर ताज़गी के साथ ढेर सारी सकारात्मक ऊर्जा का भी अहसास हुआ। इन बच्चों से उनके काम करने के तरीकों के साथ जीवन और काम के प्रति उनके दृष्टिकोण के बारे में जानकर बहुत कुछ सीखने को मिला। मैं उम्मीद करता हूँ कि मैंने भी अपने अनुभवों के साथ उनके जीवन में कुछ योगदान किया होगा। हाँ यह बात तय है कि उनके साथ शो की शूटिंग के दौरान मैंने काफी अच्छा समय बिताया।”
इस सीरिज़ में गौहर खान और गुलशन देवैया भी हैं। यह सीरिज़ शिक्षा की आड़ में बड़े संस्थानों में हो रहे भ्रष्टाचार और वित्तीय लाभ के लिए छात्रों का शोषण कैसे किया जाता है, इसका खुलासा करती है। पवन राज मल्होत्रा शो में कई अवैध गतिविधियों के मुखिया, खलनायक की भूमिका निभाते नजर आ रहे हैं।
देखिए ‘शिक्षा मंडल…भारत का सबसे बड़ा शिक्षा घोटाला’ सिर्फ एमएक्स प्लेयर पर।