सरस्वती शिशु निकेतन मंडरखा विद्यालय मे राष्ट्रीय कृमि दिवस मनाया गया। सरस्वती शिशु निकेतन विद्यालय के प्रधानाचार्य ने विद्यार्थियों को कृमि संक्रमण से होने वाले रोगों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। इस अवसर पर विद्यालय में शिक्षा ग्रहण कर रहे 1 वर्ष से 19 वर्ष के बीच तकरीबन 393 विद्यार्थियों को कृमि संक्रमण की एल्बेंडाजोल नामक टेबलेट खिलाई गई।
राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस देश में हर बच्चे को कृमि मुक्त करने के लिए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार की एक सार्थक पहल है। यह छोटी अवधि के दौरान बड़ी संख्या में बच्चों तक पहुंचने वाले बड़े सार्वजनिक स्वास्थ्य कार्यक्रमों में से एक है।
राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के माध्यम से बच्चों को कृमि मुक्ति हेतु डी-वार्मिंग की गोली मुहैया करवाई जाती है। राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस का उद्देश्य बच्चों के समग्र स्वास्थ्य, पोषण की स्थिति, शिक्षा तक पहुंच और जीवन की गुणवत्ता में बढ़ोत्तरी के लिए विद्यालयों आदि के माध्यम से एक से उन्नीस वर्ष की उम्र के बीच के विद्यालय जाने से पहले और विद्यालयी-आयु के बच्चों को कीड़े समाप्त करने की एलन्डोबेजोल की गोली दी जाती है। कृमि मुक्ति दिवस पर बच्चों को नियत दवाई अथवा गोलियां खाने हेतु प्रेरित करना मुख्य उद्देश्य है।
आनंद वर्मा ने बताया कि शिक्षा विभाग के आदेशों की अनुपालना करते हुए विद्यालय के अध्यापकों के द्वारा ऐसा नेक कार्य किया गया। इस अवसर पर विद्यालय के वरिष्ठ अध्यापक आनंद कुमार वर्मा, भवानी वर्मा, गौरीशंकर वर्मा, अनिल वर्मा, पप्पू वर्मा, अनिल वर्मा, कमलेश राणा, पंकज, मोनिका, शकुंतला, रेखा आदि उपस्थित थे।