- नागालैंड की तुलना में झारखण्ड सरकार तीन गुने टैक्स वसूल रही है : बबलू खान
चौपारण: झारखण्ड मोटर यूनियन के बैनर तले प्रखण्ड के कर्बला चौक सिंघरावां में मोटर वाहन मालिकों के बीच बैठक आयोजित किया गया। बैठक की अगुवाई केवला निवासी बबलू खान ने किया। झारखण्ड सरकार द्वारा लागू किये गए मोटर अधिनियम का विरोध करते हुए इसमे संसोधन की मांग किया।
इस संदर्भ की जानकारी देते हुए बबलू खान ने बताया कि झारखण्ड सरकार 4018 वाहन का टैक्स 38 हजार जबकि अन्य प्रदेश नागालैंड सरकार टैक्स के रूप में प्रति वर्ष 14 हजार रुपये लेती है। 5530 वाहन में झारखंड सरकार 45 हजार वही नागालैंड सरकार 16 हजार ले रही है। झारखंड सरकार ढाई से तीन गुना अधिक टैक्स लेने के कारण झारखंड के वाहन मालिक नागालैंड से वाहन को पास करवाते हैं।
दूसरी तरफ झारखंड सरकार का आरटीओ कार्यालय में वाहनों का टैक्स परमिट का पेपर तीन-चार महीने लेट लतीफ होता है। जबकि अन्य प्रदेश में एक सप्ताह में नई वाहन का पेपर मिल जाता है। वाहन मालिकों ने झारखंड सरकार से मांग किया है कि अन्य प्रदेश के अनुसार झारखंड सरकार भी टैक्स ले। जिससे हर एक झारखंडी अपने ही राज्य से वाहन को पास करवा कर झारखंड सरकार में राजस्व का वृद्धि करवाने में सहयोग कर सकेंगे। वाहनों मालिको ने नियम में संसोधन नही होने पर आंदोलन को मजबुर होने की बात कही।
इस दौरान यूनियन का गठन किया गया जिसमे सर्वसम्मति से केवला निवासी फहीम खान अध्यक्ष, सचिव अल्लाउद्दीन अंसारी, कोषाध्यक्ष नईम खान, संरक्षक बबलू खान व इरफान खान सहित हर क्षेत्र से सक्रिय सदस्यों का चयन किया। मौके पर इरफान खान, केसठ मो जावीर, धमना मो समीम, चंदवारा महादेव पंडित, बरही समसाद अली, मो नईम खान, पेटादेरी नरेश यादव, कृष्णा रजक, चंद्रशेखर साव, सुनील साव, सकील अख्तर, चक अरविन्द राणा, सिमरिया अल्लाउद्दीन अंसारी, चीलोडीह आजाद खान, सिंघरावां गुड्डू ठाकुर, ब्रह्मदेव कुमार सहित सैकड़ों वाहन मालिक उपस्थित थे।