इंडियन स्कूल ऑफ़ इमेज मैनेजमेंट (आईएसआईएम) ने आईएसआईएम शिखर सम्मेलन 2023 का आयोजन किया। संस्थान के पांच साल पूरे होने पर आयोजित इस कार्यक्रम में आईएसआईएम की पूर्व छात्राओं को सम्मानित कर ‘नारी शक्ति’ का मान बढ़ाया गया।
उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल करने वाली ये छात्राएं संस्थान की 250 से अधिक महिला सदस्यों में से चुनी गई थीं, जिन्होंने पिछले पांच वर्षों में उद्यमिता में अपना स्थान बनाया है। इससे पता चलता है कि महिलाओं के प्रतिनिधित्व में आईएसआईएम देश की ‘नारी शक्ति’ को सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ताओं में इंडियन स्कूल ऑफ इमेज मैनेजमेंट की संस्थापक सोनिया दुबे दीवान, एआईसीआई सीआईपी; मुख्य अतिथि – महाराष्ट्र खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड के अध्यक्ष रवींद्र साठे; और अतिथि वक्ता – भाजपा की राष्ट्रीय सोशल मीडिया सलाहकार सुश्री प्रीति गांधी शामिल रहीं। वक्ताओं ने महिलाओं को व्यवसाय शुरू करने हेतु प्रेरित करने, उनकी प्रगति को रोकने वाली नकारात्मक रूढ़ियों से निपटने और जीवन कौशल सीखने की आवश्यकता पर जोर दिया।
रवींद्र साठे ने कहा, “जीवन मूल्यों पर आधारित शिक्षा का न होना हमारे देश के सामने सबसे बड़ी चुनौती है। इन मूल्यों में सटीकता, अनुशासन, आग्रह, एकाग्रता, सतर्कता, समय प्रबंधन, अखंडता और आज्ञाकारिता शामिल हैं। प्रशिक्षकों और शिक्षकों के रूप में, इन मूल्यों को प्रदान करना महत्वपूर्ण है।”
सुश्री प्रीति गांधी ने कहा, “राजनीति के क्षेत्र में इमेज कंसल्टेंट और सॉफ्ट स्किल प्रशिक्षकों बहुत महत्व है। सरकार के प्रतिनिधियों को न केवल घरेलू मामलों में बल्कि अंतर्राष्ट्रीय संबंधों में भी एक अविश्वसनीय छवि रखने की आवश्यकता होती है। इमेज कंसल्टेंट और कोच राजनीतिक दुनिया को गतिशील रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।”
कार्यक्रम के अगले भाग में, असाधारण सख्शियतों को संगीत, फूड ट्रेवल और खेलरों में उल्लेखनीय योगदान के लिए आईएसआईएम इम्पैक्ट अवार्ड्स से नवाजा गया। अपने उद्योगों में कामयाब रहने वालों को भी इस प्रतिष्ठित अवार्ड से सम्मानित किया गया।
सम्मान पाने वालों में, प्रतिष्ठित फॉर्मूला रेसिंग सीरीज़ और डब्ल्यू-सीरीज़ में प्रतिस्पर्धा करने वाली सबसे कम उम्र की महिला फ़ॉर्मूला ड्राइवर आशी हंसपाल और कुशल संगीतकार व कहानीकार रमन अय्यर प्रमुख थे, जिन्होंने गीतों व कहानियों के साथ 14 देशों की यात्रा की है। फूड एवं फैशन इन्फ्लूएंसर काजल कोठारी को भी सम्मानित किया गया, जिनके इंस्टाग्राम अकाउंट पर 6,00,000 से अधिक फॉलोअर्स हैं।
मुख्य अतिथि ने आईएसआईएम कम्युनिटी के सफल सदस्यों को आईएसआईएम पुरस्कार प्रदान किए। आईएसआईएम के 14 पूर्व छात्रों को इमेज कंसल्टिंग, सॉफ्ट स्किल्स, फैशन स्टाइलिंग, कम्युनिकेशन ट्रेनिंग, एटिकेट, सोशल मीडिया प्रेजेंस, मेंटरिंग और फैकल्टी की श्रेणियों में सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में “2030 में जीवन कौशल का महत्व” विषय पर एक विशेष पैनल चर्चा भी हुई। वैश्विक मोर्चे पर रोजगार की बढ़ती आवश्यकता को देखते हुए, पैनल चर्चा में इस बात पर जोर दिया गया कि आखिर इमेज मैनेजमेंट और सॉफ्ट स्किल्स की भूमिका आवश्यक क्यों होती जा रही है।
पैनल के वक्ताओं में गैल्डर्मा इंडिया के प्रबंध निदेशक हरिराम कृष्णन, इंडिया कोचिंग फेडरेशन के प्रबंध निदेशक डॉ. धीरेंद्र गौतम और एसवीकेएम, मुंबई में मानव संसाधन प्रशिक्षण निदेशक दीपक चावला शामिल थे। वक्ताओं ने जिम्मेदारी की भावना को एक जरूरी जीवन कौशल मानते हुए, प्रतिभागियों के प्रशिक्षण पर ध्यान केंद्रित करने पर जोर दिया।
इसके बाद आईएसआईएम फैशन शो का आयोजन किया गया, जिसमें ‘सस्टेनेबल फैशन’ थीम प्रदर्शित की गई। यह थीम इसलिए चुनी गई ताकि बताया जा सके कि पृथ्वी की कीमत पर फैशन नहीं होना चाहिए। साथ ही, गुणवत्ता या शैली से समझौता किए बिना भी फैशन आकर्षक और नैतिक हो सकता है।
आईएसआईएम के पूर्व छात्रों ने फिर से डिजाइन किए और रिसाइकिल किए गए परिधानों में रैंप की शोभा बढ़ाते हुए अपनी रचनात्मकता के लिए दर्शकों की तालियां बटोरीं। उनकी पोशाकें पर्यावरण के अनुकूल वस्त्रों से बनी थीं और उनके निर्माण व मार्केटिंग में टिकाऊ प्रथाओं का प्रयोग हुआ था।
आईएसआईएम की संस्थापक एआईसीआई सीआईपी सोनिया दुबे दीवान ने कहा, “पिछले पांच वर्षों में हम आईएसआईएम में एक परिवर्तनकारी इकोसिस्टम बनाने पर गर्व महसूस करते हैं।अपनी अटूट प्रतिबद्धता के माध्यम से, हमने सशक्त शिक्षा प्रदान करके, रोजगार और उद्यमिता के लिए बुनियादी ढांचे को बढ़ावा देकर, अपने ज्ञान के साथ समाज को वापस देकर, मजबूत पेशेवर तैयार करके और महिलाओं में आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देकर, इमेज व सॉफ्ट स्किल्स प्रोफेशनल्स को सक्षम किया है।”
इंडियन स्कूल ऑफ इमेज मैनेजमेंट (आईएसआईएम) के बारे में:
आईएसआईएम छवि प्रबंधन, सॉफ्ट स्किल्स और फैशन के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त कोर्स कराने वाला भारत का पहला प्रमुख शिक्षा संस्थान है। ये कोर्स एसोसिएशन ऑफ इमेज कंसल्टेंट्स इंटरनेशनल (एआईसीआई) द्वारा अनुमोदित हैं। यह इमेज कंसल्टेंसी का एक ऐसा गोल्ड स्टेंडर्ड है, जो भारतीय प्रशिक्षण कार्यक्रमों को विदेशी इमेज कंसल्टेंसी कंपनियों के समकक्ष बनाता है।