- हजारीबाग यूथ विंग के संरक्षक चंद्र प्रकाश जैन ने स्वयं किया रक्तदान
- परिजनों ने जताया आभार, रक्तदाता को किया प्रणाम
- मानव सेवा के लिए यूथ विंग सदैव तत्पर हैं- लखन खण्डेलवाल
- यूथ विंग की समस्त टीम की ओर से रक्तदाता को कोटि-कोटि आभार-संजय कुमार
हजारीबाग: बदलते वक्त के साथ हर कुछ बदल रहा है, लोग बदल रहे हैं। और बदलती वक्त में कोई किसी के कामना नही आता है। परंतु हजारीबाग शहर में पिछले डेढ़ वर्षों से लोगों को अपनी सेवा प्रदान कर रहा है यूथ विंग इसी सेवा के बीच रविवार को केरेडारी के सालगा निवासी रामवृक्ष भुइयां के सुपुत्र अर्जुन कुमार 12 वर्षीय जोकि थैलेसीमिया बीमारी से जूझ रहे हैं। शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज ऑफ अस्पताल कि चिकित्सकों के द्वारा संबंधित रक्त उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया जिसके बाद परिजनों के द्वारा हजारीबाग यूथ विंग से संपर्क किया गया यूथ विंग के समस्त पदाधिकारी संबंधित रक्त की खोजबीन में जुट गए।
कोई रक्तदाता ना मिलने पर हजारीबाग यूथ विंग के संरक्षक चंद्रप्रकाश जैन ने स्वयं रक्तदान करने का निर्णय लिया जिसके बाद उन्होंने आनन-फानन में शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज ऑफ अस्पताल स्थित ब्लड बैंक पहुंचकर रक्तदान कर 12 वर्षीय बच्चे की जान बचाई।
रक्तदाता सह संरक्षक चंद्रप्रकाश जैन, अध्यक्ष लखन खण्डेलवाल, सचिव संजय कुमार, कोषाध्यक्ष रितेश खण्डेलवाल, डॉक्टर वी वेंकटेश, प्रनीत जैन सहित कई लोग उपस्थित थे।
रक्तदाता सह संरक्षक चंद्रप्रकाश जैन ने कहा कि अपने रक्त को किसी दूजे को देखकर आज मन काफी प्रसन्न हुआ है साथ ही 12 वर्षीय बच्चे के उज्जवल भविष्य की कामना करता हूं।
लखन खंडेलवाल ने कहा कि मानव सेवा के लिए यूथ विंग सदैव तत्पर हैं। ब्लड बैंक में ब्लड की किल्लत से लोगों को काफी परेशानियां हो रही है कृपया शहरवासी ब्लड डोनेट कर थैलेसीमिया, गर्भवती महिला जैसे अनेकों मरीजों का जान बचाई।
सचिव संजय कुमार ने हजारीबाग यूथ विंग की ओर से रक्तदाता सह संरक्षक का आभार प्रकट किया कहां बदलते वक्त के साथ अपने लोग पराए हो रहे हैं पर आपने बगैर कुछ सोचे दूसरों की मदद कर एक मिसाल पेश किया है।