गिरिडीह ज़िला में बीते 11 जनवरी को तीसरी थाना क्षेत्र अंतर्गत खटपोक में बंद रहे स्वास्थ्य केंद्र में काम कर रहे मजदूरों के साथ मारपीट करने वाले और ठेकेदार से 15% रंगदारी मांगने वाले मुख्य आरोपी समेत इसमें संलिप्त अपराधियों को पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया है। जिसकी जानकारी शनिवार को जिले के पुलिस अधीक्षक अमित रेनू ने पपरवाटांड स्थिति पुलिस लाइन में प्रेस वार्ता कर दी।
एसपी ने बताया कि तीसरी थाना क्षेत्र के खटपोक में इन दिनों स्वास्थ्य केंद्र निर्माण कराया जा रहा है। 11 जनवरी को शाम के समय निर्माणाधीन भवन में काम कर रहे मजदूरों के साथ उपेन्द्र कुमार यादव, पंकज यादव, कमलेश यादव नामक अपराधियों द्वारा मारपीट घटना का अंजाम दिया गया था, साथ ही ठेकेदार चुन्नू सिंह से 15% रंगदारी मांगने की घटना की गई थी। इस संबंध में तीसरी थाना में आवेदन दर्ज किया गया था। जिसके बाद कांड के उद्भेदन को लेकर एक टीम गठित किया गया।
टीम के द्वारा मानवीय एवं तकनीकी सहयोग से त्वरित कार्रवाई करते हुए 31 जनवरी को कांड में संलिप्त खटपोक गांव के ही निवासी उपेंद्र यादव पिता सुखदेव यादव को गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद पुलिस द्वारा उपेंद्र यादव से गहनता से पूछताछ करने पर उस कांड में संलिप्त अन्य साथियों में पंकज यादव और कमलेश यादव की संलिप्तता की बात को बताया। जिसके बाद पुलिस द्वारा उन दोनों को पुलिस द्वारा शुक्रवार को तीसरी एवं लोकायनपुर थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया।
एसपी ने बताया कि घटना को अंजाम देने वाले मास्टरमाइंड जमुई बिहार का पंकज यादव है। जानकारी दी गई घटना की मास्टरमाइंड कई प्राथमिकी अभियुक्त है और नक्सलियों के साथ काम करता है। इसके अलावा बताया गया कि पंकज यादव के पिता दरोगी यादव एक कुख्यात नक्सली है। जिसके विरुद्ध कई घटना का केस दर्ज है। जिसे फिलहाल जमुई जेल में बंद रखा गया है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि अपराधी पंकज यादव जमुई, नवादा और गिरिडीह जिला के सीमावर्ती क्षेत्रों में सरकारी योजनाओं से चल रहे पुल पुलिया एवं भवन निर्माण बनाने वाले ठेकेदारों को धमकी देकर लेवी वसूली का काम करता है। मौके पर डीएसपी समेत थाना प्रभारी प्रभारी और जवान उपस्थित थे।