- गौ माता की दर्द, वह हमारी दर्द है-चंद्र प्रकाश जैन
हजारीबाग शहर के इचाक से कुछ दूरी पर पिछले 2 दिनों से गौ माता बुरी तरह घायल अवस्था में मे थी। वही एनिमल वेलफेयर की सदस्य नेहा कुमारी औरंगाबाद निवासी के द्वारा गौशाला के भूतपूर्व सचिव चंद्र प्रकाश जैन को इस बात से अवगत करवाया गया। चंद्रप्रकाश जैन ने नेहा कुमारी को आश्वासन दिया कि गौमाता सुरक्षित गौशाला पहुंच जाएगी पर मैं कमेटी के कार्य में अभी नहीं हूं। आप कमेटी के पदाधिकारियों से एक बार संपर्क कर लीजिए।
वही एनिमल वेलफेयर की सदस्य नेहा कुमारी ने हजारीबाग शहर के विभिन्न पदाधिकारियों को फोन लगा कर थक गई। किसी भी पदाधिकारी ने फोन रिसीव नही किया। जिसके बाद तुरंत नेहा कुमारी ने कोलकाता पिंजरापोल सोसायटी के चेयरमैन रमेश सरावगी से वार्तालाप की और घटना के बारे में पूरी जानकारी उन्हें स्पष्ट रूप से दिया।
रमेश सरावगी ने तुरंत आनन फानन में आरोग्यम अस्पताल के संचालक सह गौशाला कमेटी के पदाधिकारी हर्ष अजमेरा को निर्देश दिया।
जिसके बाद हर्ष अजमेरा ने आनन-फानन में भूतपूर्व सचिव चंद्र प्रकाश जैन को गौशाला से एंबुलेंस निकलने का निर्देश दिया। निर्देश मिलते ही चंद्रप्रकाश जैन ने महज 1 घंटे में गौशाला परिसर पहुंच वाया गौ माता को।
चंद्रप्रकाश जैन ने बताया कि औरंगाबाद से एनिमल वेलफेयर की सदस्य नेहा कुमारी ने हमें फोन करके गौ माता के विषय में सूचना दिया। मैंने उन्हें जानकारी दिया कि मैं अभी गौशाला कि कमेटी के कार्यरत मैं नहीं हूं। जिसके बाद मुझे करीबन 2 घंटे के बाद गौशाला कमेटी के पदाधिकारी हर्ष अजमेरा के द्वारा निर्देश दिया गया कि आप गौशाला के एंबुलेंस को लेकर गौ माता की सेवा के लिए प्रस्थान हो जाये। मैंने तुरंत आनन फानन में अपने घर से 27 किलोमीटर दूर स्थित गौ माता की सेवा के लिए पहुंच गया और महज 1 घंटे में गौ माता गौशाला परिसर पहुंच गई।
जिसके बाद मैंने इसकी सूचना नेहा कुमारी को भी दे दिया। दरअसल नेहा कुमारी औरंगाबाद में रहती है उनके टीम के एक सदस्य इचाक होते हुए अपने निर्धारित स्थान पर जा रहे थे उसी क्रम में उन्होंने घायल अवस्था में गाय को देखा तो सेवा के भाव से उन्होंने अपनी टीम लीडर नेहा कुमारी को फोन कर इस बात की सूचना दे दी और नेहा कुमारी तुरंत एक्शन में आकर हजारीबाग के हम सभी गौ भक्तों की इसकी जानकारी दी साथी चंद्रप्रकाश जैन ने कहा कि मैं बगैर पद पर रहकर गौ माता की सेवा के लिए सदैव तत्पर हूं।
वहीं कोलकाता पिंजरापोल सोसाइटी के चेयरमैन रमेश सरावगी ने चंद्रप्रकाश जैन के गौ माता के प्रति समर्पण अभाव को देखकर अति उत्साहित हुए उन्होंने गौशाला के एक निजी ग्रुप में चंद्रप्रकाश जैन की उत्सव बढ़ाते हुए लिखा है कि सेवा कार्य में पद नहीं समर्पण की प्रधानता है ।
निस्वार्थ भाव से सेवा ही अध्यात्म का द्वार है।