विष्णुगढ़: छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में ट्रांसमिशन टावर हादसे में मारे गए चारों मजदूरों का शव मंगलवार को विष्णुगढ़ पहुंचा। सभी मृतक प्रखंड के गोविन्दपुर गांव के रहने वाले थे। दो एंबुलेंस से चारों का शव पहुंचते हीं पूरे गांव का माहौल गमगीन हो गया। एक साथ चार लोगों की मौत से पूरा गांव स्तब्ध था। शव को लाने के लिए गांव से कई लोग छत्तीसगढ़ गए थे।
एंबुलेंस से गोविन्द भुईयां, डुगलाल भुईयां, सुरेश रविदास तथा ईश्वर तुरी का शव लाया गया। इसके अलावा गंभीर रूप से घायल गोविन्द पंडित को भी लाया गया। इधर, शव का अंतिम दर्शन करने के लिए बड़ी संख्या में ग्रामीण जुटे। चारों के घरों में परिजनों की करूण चीत्कार से लोगों की आंखे नम हो गई। चारों का अंतिम संस्कार कोनार नदी के मुक्तिधाम मंगरो घाट में कर दिया गया। इसमें भी बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए।
सभी मजदूर अत्यंत गरीब परिवार से संबंध रखते थे। हादसे से सभी परिवारों के समक्ष रोजी रोटी का संकट आ गया। सभी अपने घर के एकमात्र कमाने वाले सदस्य थे। बताया जाता है कि हादसे के बाद नियोक्ता शारदा कंपनी के सभी कर्मचारी व अधिकारी फरार हो गए। इधर से पहुंचे लोगों द्वारा काफी कोशिशों के बाद छत्तीसगढ़ विद्युत विभाग द्वारा मृतक के आश्रितों को तत्काल 50-50 हजार रूपए का सहयोग दिया। कहा गया कि मुआवजा की राशि बीमा के आधार पर प्रदान किया जाएगा। बता दें कि रायगढ़ में ट्रांसमिशन लाइन मॉडिफेशन और शिफ्टिंग का काम चल रहा था। इस दौरान भारी तार के तेज झटके से करीब 100 फीट ऊंचा टावर धाराशाई होकर नीचे आ गिरा। इसमें दबकर चार मजदूरों की मौके पर मौत हो गई थी।