Friday, November 15, 2024
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जीवन जीने की कला सिखाता है ब्रह्म विद्या विहंगम योग: कृष्णा गुप्ता

ब्रह्म विद्या विहंगम योग परिवार की ओर से बरही प्रखंड के डुमरडीह में शनिवार को सिकंदर सिंह के आवास पर ब्रह्म विद्या विहंगम योग सह सत्संग गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में वरिष्ठ आचार्य चंद्रमोहन मिश्रा ने स्वागत एवं मंगलगायन कि प्रस्तुति दी। वही नकुलदेव राणा के द्वारा उदघोष के साथ मंत्रोच्चारण किया गया।

ज्ञान गुदड़ी पाठ की प्रस्तुति कृष्णा कुमार गुप्ता के द्वारा की गई। सुभाष प्रसाद ने स्वर्वेद पाठ किया। उपस्थित श्रद्धालुओं ने सामूहिक रूप से माल्यार्पण एवं ओंकार पाठ किया। प्रदीप सिंह एव परमेश्वर प्रसाद मेहता ने भजन गायन किया। सत्संग गोष्ठी में रामगोविंद सिंह, महेश प्रसाद एवं संतोष कुमार ने जीवन मे गुरु की भूमिका एवं जीवन जीने की कला के संबंध में प्रवचन किया।

रामगोविंद सिंह ने बताया कि गुरु के बिना ज्ञान संभव नही है और ज्ञान के बिना जीने की कला की जानकारी नही मिलती है। कृष्णा कुमार गुप्ता ने कहा कि माया मोह, लोभ, लालच से परे होकर जीवन को जीना चाहिए। स्वर्वेद एवं ब्रह्म विद्या विहंम योग जीवन जीने की कला सिखाता है।

सत्संग में संतोष कुमार, कृष्णा कुमार गुप्ता, रामगोविन्द सिंह, प्रदीप कुमार, राधा कृष्ण मेहता, आदित्य सिंह, अशोक सिंह, इंद्रदेव सिंह, रामस्वरूफ राम, किशोर सिंह, परमेश्वर ठाकुर, रजदेव सिंह, कैलाश सिंह, सुरेश सिंह, बीरेंद्र सिंह, दयानंद पांडेय, झरी मेहता, दिव्या सिंह, खुशबू सिंह, विराज कुमार, रेखा देवी, रविन्द्र सिंह, राजनंदनी सिंह, अनुप्रिया सिंह, उषा देवी, मेनका देवी, बबिता देवी, यशोदा देवी, मोनिका देवी, रानी देवी, हेमलता देवी, सिकेंद्र सिंह, रणवीर सिंह, कर्णवीर सिंह, तृषा सिंह एवं दिलीप सिंह आदि लोग मौजूद थे।

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