बरही चौक पर भाजपाइयों ने कानून व्यवस्था की घोर निंदा करते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेंन का पुतला फूंका। ओबीसी मोर्चा के प्रमंडल प्रभारी किशुन यादव ने कहा कि लालाजी यादव का मौत का उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए। उन्होंने बताया कि पलामू जिला के नावा बाजार थाना के पूर्व थानेदार लालजी यादव थाना परिसर स्थित अपने कमरे फाँसी से लटके संदेहास्पद में शव पाया गया।
लालजी यादव मूल रूप से साहेबगंज के पुराने साहेबगंज के रमायोध्या के होनहार पुत्र माने जाते थे। लालजी यादव राँची में मार्च 18 से अगस्त 18 तक पिठोरिया के थानेदार थे। उसके बाद उन्होंने दिसंबर 2018 से अक्टूबर 2019 तक बुदमु मे थानेदारी की। 28 अक्टूबर को उनका तबादला पलामू हो गया था, कुछ ही दिनों के बाद उन्हें रेहला की थानेदारी दी गई। उसके बाद वहाँ से हटाकर टाउन थाना क्षेत्र भेज दिया गया। 8 महीने पूर्व ही नावाबजार का थानेदार बनाया गया। 6 जनवरी को उन्हें पलामू डीटीओ से बहस करने की शिकायत पर पलामू एसपी ने ससपेंड कर दिया। जिससे वह काफी तनाव में आ गए थे। मौके पर ओबीसी मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष अमरदीप यादव, ओबीसी मोर्चा के प्रमंडल प्रभारी, मंडल अध्यक्ष मनोज साहू, अमित साहू, बंधन यादव, नागेश्वर रजक, पिंटू यादव, सिकंदर निषाद, राजकुमार केशरी समेत सैकड़ो भाजपा कार्यकर्ता मौजूद थे।