नई दिल्ली, जनवरी 9। नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) द्वारा डेवलप किए गए इंस्टैंट पेमेंट सिस्टम यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) में रविवार को दिक्कत आई। ये दिक्कत एक घंटे से अधिक समय तक बरकरार रही, जिसके कारण लोग गूगल-पे, फोनपे और पेटीएम से लेन-देन करने में असमर्थ रहे। यूपीआई सिस्टम में आई इस गड़बड़ को लेकर सोशल मीडिया पर लोगों ने शिकायत की।
एनपीसीआई ने ट्विटर का लिया सहारा
इस मुद्दे पर अपनी दिक्कतों को बताने के लिए लोगों ने ट्विटर का सहारा लिया। उन्होंने शिकायत की कि गूगल पे, पेटीएम और फोनपे, जो यूपीआई का उपयोग करके उपयोगकर्ताओं को अन्य बैंक खातों में तुरंत पैसा भेजने की सुविधा देते हैं, काम नहीं कर रहे हैं। एनपीसीआई ने इस मामले पर सफाई दी। एक ट्वीट में एनपीसीआई ने तकनीकी खराबी को स्वीकार किया। साथ ही इसने कहा कि यूपीआई अब चालू है।
सिस्टम की जांच
एनपीसीआई की तरफ से जारी सफाई में कहा गया है कि यह सिस्टम की बारीकी से निगरानी कर रहा है। हालांकि, कुछ यूजर्स को एनपीसीआई की सफाई के बाद भी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। उन्होंने इसकी शिकायत की। वहीं सोशल मीडिय पर इस बीच ट्वीट्स की बाढ़ आ गयी। लोगों ने ट्वीटर आदि पर कई फनी मीम शेयर किए।
आईसीआईसीआई बैंक का बयान
आईसीआईसीआई बैंक ने भी कथित तौर पर सूचित किया है कि मैंटेनेंस एक्टिविटीज के कारण उसका यूपीआई सिस्टम डाउन हो गया है। यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस एनपीसीआई द्वारा डेवलप किया गया, एक इंस्टैंट रीयल-टाइम पेमेंट सिस्टम है, जो इंटर-बैंक पीयर-टू-पीयर (पी2पी) और पर्सन-से-मर्चेंट (पी2एम) लेनदेन की सुविधा प्रदान करता है।
एनपीसीआई क्या है
एनपीसीआई सभी डिजिटल पेमेंट्स के लिए एक अंब्रेला ऑर्गेनाइजेशन है। नवंबर 2021 तक, यूपीआई पर 274 बैंक उपलब्ध थे, जिनका मासिक वॉल्यूम 4.18 अरब लेनदेन है। यूपीआई पर नवंबर 2021 तक 7.1 ट्रिलियन रु के लेन-देन हुए। वॉल्यूम में ये संख्या 68 अरब है। ये मोबाइल-ओनली पेमेंट सिस्टम 2016 में शुरू हुई। 67 महीनों के ऑपरेशन के दौरान इससे कुल 34.95 लाख करोड़ रु की लेन-देन हुई।
लेन-देन फेल होने पर क्या करें
कभी-कभी ऐसा भी होता है कि आप ऑनलाइन ट्रांजेक्शन करें और वो पूरा न हो। यानी आपका पैसा तो कट गया, मगर जिसे भेजा उसे नहीं मिला। अगर आपके साथ ऐसा हो जाए तो जरा भी परेशान न हों। आरबीआई के नियमों के अनुसार आपको एक तय समय में पैसा वापस किया जाएगा। अक्टूबर 2021 में कुछ बैंकों के ग्राहकों को ऑनलाइन लेन-देन में दिक्कत आई थी। तब भी भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) ने ट्वीट कर लोगों को तसल्ली भी दी। एनपीसीआई ने स्थिति के सामान्य होने और ट्रांजेक्शन सामान्य तौर पर पूरे होने की बात कही थी।