आरोपियों ने कबूला गुनाह, कहा भाई के मौत का लिया बदला
चौपारण: सरस्वती मूर्ति विसर्जन के बाद पत्थर से एक युवक की कूच कर हत्या मामले में पुलिस ने मामले का उद्भेदन दस दिनों के अंदर बड़ी सफलता हासिल की है। बता दें की इस सम्बंध में थाना काण्ड संख्या 36/2022 दिनांक 09/02/2022 धारा 302/34 भादवि के अन्तर्गत अज्ञात अभियुक्तों के विरुद्ध काण्ड दर्ज किया गया था। जिसमें अनुसंधान के क्रम में गुप्तचर तैनात कर दिनांक- 18/02/2022 को प्रदीप भुईया पिता भुनेश्वर भुईया ग्राम भंडार व अनिल भुईया पिता ब्रह्मदेव भुईया ग्राम अम्बातरी दोनों को संदेह के आधार पर पुछताछ के लिए थाना लाया गया था। दोनों ने पुछताछ करने पर हत्या के गुनाह को कबूल कर लिया गया।
छोटे भाई की हत्या का लिया बदला
गुनाह कबूलते हुए बताया कि 23.01.22 को मुझे दूरभाष पर पता चला कि मेरा छोटा भाई प्रदीप भुईया का अचानक मृत्यु हो गया। मेरे घरवालों के द्वारा बताया गया कि उसे कोई बीमारी नहीं था। घर आने पर मेरे माता-पिता के द्वारा बताया गया कि रामविलास भुईया पिता स्व. दोकाली भुईया डायन भूत करके मेरा छोटा भाई को मार दिया। फिर मैं मुम्बई से दिनांक- 28.01.22 को वापस घर आया।
इसी बात का बदला लेने के लिये मैं मौका का तलाश कर रहा था की किस प्रकार रामबिलस भुईया को मारा जाय और दिनांक 07/02/2022 को गांव में सरस्वती मूर्ति विसर्जन जुलूस में मैं और मेरे मामा प्रदीप भुईयाँ पिता- भुनेश्वर भुईयाँ ग्राम- भंडार थाना चौपारण जिला हजारीबाग एक साथ थे। जुलूस में रामबिलास भुइयां भी नाच रहा था। मूर्ति को पुरा गांव में घुमाने के बाद संध्या लगभग 06.00 बजे विसर्जन हेतु छाडर नदी के पास पहुंचे। उसी समय हमदोनों ने रामविलास भुईया को दारू पीने के बहाने से डाढर नदी के नजदीक रोक दिये और जुलूस में नहीं जाने दिये। जुलूस आगे निकल गया तो मैं और मेरे मामा मिलकर रामबिलास भुईया को पत्थर से कूचकर मार डाला। अंधेरा होने के कारण हम दोनो को कोई देख नहीं पाया और हमदोनो रामबिलास भुइयाँ को मारने के पश्चात परसातरी में चरितर भइयाँ के घर में देशी दारू पी कर अपने अपने घर चले गये।