अमेरिकी अभिनेत्री एमिली शाह जल्द ही अपना बॉलीवुड डेब्यू करने जा रही हैं. वो फ़िल्म जंगल क्राय में अभय देओल के सामने एक बेहद संजीदा और सशक्त रोल में दिखेंगी. यह फ़िल्म 03 जून को लायंसगेट प्ले ऐप पर भारत और भारतीय उपमहाद्वीप में रिलीज़ होने जा रही है.
एक आकर्षक शख़्सियत रखनेवाली एमिली शाह फ़िल्म जंगल क्राय में रग्बी फ़िज़ियोथेरेपिस्ट के रोल में नज़र आएंगी. ग़ौरतलब है कि यह फ़िल्म हाशिए पर खड़े ओडिशा के 12 आदिवासी बच्चों की मार्मिक कहानी को बयां करती है. नंगे पैर रग्बी खेलने के बावजूद ये बच्चे इंग्लैंड में जाकर रग्बी वर्ल्ड कप का ख़िताब अपने नाम करने में कामयाब होते हैं और अपने इस कारनामे से दुनिया को चकित कर देते हैं!
उल्लेखनीय है कि फॉर्च्यून डिफ़ाइन्स डेथ एमिली शाह की पहली अंतर्राष्ट्रीय फ़िल्म थी जिसे जेनिफ़र हुलम ने निर्देशित किया था. ग़ौरतलब है कि एमिली ने फ़िल्म जर्सी बॉयज़ में दिग्गज निर्देशक क्लिंट ईस्टवुड के साथ एक सहायक के तौर पर भी काम किया था. इसके बाद में एमिली ने कैप्टन अमेरिका : विंटर सोल्जर, मॉन्सटर ट्रक्स और फ़ास्ट ऐंड फ़्यूरियस जैसी फ़िल्मों में भी सहायक के तौर पर काम किया और फ़िल्ममेकिंग की अच्छी-ख़ासी जानकारी हासिल की.
एमिली हिंदी और गुजराती दोनों ही भाषाओं को धाराप्रवाह ढंग से बोलती हैं. इस फ़िल्म के बारे में वे कहती हैं, “जंगल क्राय ना सिर्फ़ एक दिलचस्प फ़िल्म है, बल्कि यह फ़िल्म ग़रीब आदिवासी बच्चों की दृढ़ता और उदारता दर्शानेवाली फ़िल्म भी है. ये बच्चे मुश्क़िल हालात में भी अपनी हिम्मत और जज़्बे का परिचय देते नज़र आएंगे.
अपने किरदार के बारे में एमिली शाह कहती हैं, “फ़िल्म में मैं एक स्पोर्ट्स फ़िज़ियोथेरेपिस्ट रौशनी का रोल निभा रही हूं. मैंने यह नाम ख़ुद ही चुना है क्योंकि फ़िल्म में मेरा किरदार कई ज़िंदगियों को रौशन करने का काम करता है. रौशनी एक ऐसा सशक्त किरदार है जो ना सिर्फ़ कहानी को आगे बढ़ाता है, बल्कि फ़िल्म में बच्चों के प्रति सहानुभूति दर्शाते हुए उनकी मदद करने में कोई कसर नहीं छोड़ता है.
उल्लेखनीय है कि अपने रोल को सशक्त ढंग से निभाने के लिए एमिली ने रग्बी को लेकर गहन शोध किया. इतना ही नहीं, उन्होंने रग्बी फ़िज़ियोथेरेपिस्ट पूर्वी देसाई
के साथ लम्बा वक्त बिताते हुए अपने किरदार को बेहतर ढंग से समझने और उसके बाद फ़िल्म में अपने रोल को जीवंत ढंग से जीने की कोशिश की.
एमिली आगे कहती हैं, ” एक बॉलीवुड एक्टर होने के नाते मैंने सोच-समझकर ही इस फ़िल्म में काम करने का फ़ैसला किया. किसी भी फ़िल्म में कोई भी रोल निभाना अपनी जगह है और किसी अर्थपूर्ण फ़िल्म में एक सशक्त किरदार निभाना अपनी जगह है. यही वजह है कि मैंने जंगल क्राय में काम करने के लिए हामी भरी. अलहदा किस्म की इस कहानी के बारे में लोगों को बताना बेहद ज़रूरी है और इसीलिए मैं किसी भी क़ीमत पर इस फ़िल्म में काम करना चाहती थी.”
एमिली महज़ एक अभिनेत्री ही नहीं, बल्कि एक बेहद संजीदा और उदार किस्म की शख़्स भी है. भारत में पोलियो को ख़ात्मे के लिए चल रहे अभियान में एमिली शाह ने भी अपना योगदान दिया और वो इस अभियान में संयुक्त राष्ट्र की ओर से भारत का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं. इसके अलावा एमिली अन्य तरह के समाज कार्यों में भी संलग्न हैं. वो UNICEF के लिए ऑटिज़्म अवेरनेस एम्बैसेडर भी हैं. उल्लेखनीय है कि ली स्ट्रसबर्ग में 13 साल बिताने के बावजूद एमिलि ख़ुद को एक मेथड़ एक्टर नहीं मानती हैं. एमिली के बारे में आसानी से कहा जा सकता है कि वे अन्य अभिनेत्रियों में से सबसे अलग हैं. वे कहती हैं, “मेरा मानना है कि हर कोई अपना रास्ता अलग बनाता है. ऐसे में मुझे इस बात का कोई ग़म नहीं है कि मैं एक ऐसी फ़िल्म के ज़रिए डेब्यू करने जा रही हूं जो कमर्शियल फ़िल्म की श्रेणी में भले ही ना आती हो, मगर मुझे इस फ़िल्म में अपनी अभिनय क्षमता को दर्शाने का भरपूर मौका मिला है और मैं इस बात से बहुत ज़्यादा ख़ुश हूं. मैं जब चाहूं मसाला फ़िल्मों का रुख कर सकती हूं जिनमें मुझे आसानी से नाचने-झूमने का अवसर मिल सकता है.”
एमिली शाह और अभय देओल स्टारर फ़िल्म जंगल क्राय का निर्देशम सागर बेल्लारी ने किया है और बॉलीवुड हॉलीवुड प्रोडक्शन के प्रशांत शाह ने सह-निर्माता शब्बीर बॉक्सवाला के साथ मिलकर फ़िल्म का निर्माण किया है. यह फ़िल्म भारत में लायंसगेट प्ले ऐप पर 03 जून को रिलीज़ होगी.