- IMI (इंडियन म्यूज़िक इंडस्ट्री) और ISRA (इंडियन सिंगर्स राइट्स एसोसिएशन)के बीच हुआ अबतक का सबसे बड़ा समझौता ! नए और पुराने सिंगर्स को म्यूजिक लेबल के साथ मिलती रहेगी रॉयलिटी!
भारत में तमाम म्यूज़िक लेबलों का प्रतिनिधित्व करनेवाली सर्वोच्च संस्था इंडियन म्यूज़िक इंडस्ट्री (IMI) और देश के तमाम गायकों का प्रतिनिधित्व करनेवाली सर्वोच्च संस्था इंडियन सिंगर्स राइट्स एसोसिएशन (ISRA) ने ISRA के और IMI के सदस्य लेबलों के बीच हुए ऐतिहासिक समझौते को लेकर अपनी ख़ुशी ज़ाहिर की. इस अनुबंध के चलते सभी रिकॉर्ड लेबलों, गायकों और संगीतकारों को अखिल भारतीय स्तर पर ख़ासा फ़ायदा होगा और भारतीय संगीत जगत से जुड़ी पूरी संगीत प्रणाली के सभी हितधारकों को आगे बढ़ने का भरपूर मौका मिलेगा.
संगीत क्षेत्र से जुड़े तमाम कलाकारों और पूरे संगीत जगत की बिना शर्त हरसंभव मदद करने के लिए IMI और ISRA, माननीय वित्त और उद्योग मंत्री श्री पीयूष गोयल की का तहे दिल से अभिनंदन करते हैं। पीयूष जी कहते हैं कि ,”मुझे नही लगता कि मैंने कुछ बड़ा काम किया हैं। मैंने वही किया हैं जिसके लिए मुझे चुना गया हैं। जब 2012 में ये अमेंडमेंट बना। तब मैं अपोजिशन पार्टी में मेंबर ऑफ पार्लियामेंट था। उस वक़्त राज्यसभा में जावेद अख्तर हमारे साथ थे और जब जून 2019 में मैं
वित्त और उद्योग मंत्री के रूप में चुना गया तब मुझे लगा कि इन सात सालों में कुछ नही हुआ हैं। मुझे उन सिंगर्स के लिए बहुत दुख हुआ जिन्होंने अपनी सुरीली आवाज से इस देश को खूबसूरत गानों की सौगात दी हैं। मैंने सम्बद्ध अधिकारियों को इस मामले के निजात के आदेश दिए।मैं खुश हु कि सिंगर्स की हित में इतना बड़ा फैसला आया हैं।”
इस एग्रीमेंट के तहत सारें रजिस्टर्ड सिंगर्स को अब उन गानों की रॉयलिटी मिलेगी जिसे उन्होंने भारत मे किसी भी म्यूजिकल लेबल के लिए गाया होगा। नए और पुराने,सभी सिंगर्स को इस एग्रीमेंट का पूरा फायदा होगा। जिसमे रॉयलिटी का राशि भी बढ़ाई जाएगी।
गायक शैलेन्द्र जी कहते हैं कि,”लता दीदी ने इस पहल की शुरुवात की थी। सौभाग्यवश ! मैं उस पहली मीटिंग में मौजूद था जो उनके घर पर हुई थी। हमने बहुत साल लड़ाई लड़ी और अब आखिरकार एक ऐतिहासिक जीत हुई जहा हमे रॉयलिटी मिलेगी जिसमें म्यूजिक लेबल भी हमारे साथ हैं।
इस ऐतिहासिक और गौरवशाली मौके पर भारतीय संगीत उद्योग डिजिटल पायरेसी और कॉपीराइट उल्लंघन के समस्या से निबटने के लिए भारत सरकार से की मदद की गुहार लगाती है.
इंडियन सिंगर्स राइट्स एसोसिएशन (ISRA) के अध्यक्ष पद्मश्री अनूप जलोटा ने अपनी ख़ुशी ज़ाहिर करते हुए कहा, “मैं भारत सरकार, विशेषतौर पर श्री पीयूश गोयल को धन्यवाद देना चाहूंगा जिनकी मदद के बग़ैर यह अनुबंध मूर्त रूप नहीं ले पाता. इस ख़ास मौके पर मैं यहां मौजूद सभी लोगों को शुभकामनाएं देना चाहूंगा और उम्मीद करता हूं कि इस अनुबंध से पूरे संगीत जगत को लाभ होगा.”
आईएमआई के अध्यक्ष और सारेगामा के प्रबंध निदेशक विक्रम मेहरा ने कहा, “दुनिया भर में भारत की पहचान उसकी संगीत की विविधता से भी होती है. अगर भारतीय संगीत उद्योग को दुनियाभर में अपनी धाक जमानी है तो उसके लिए ज़रूरी है कि सभी हितधारक लक्ष्य को साधने के लिए मिलकर काम करें. हम सब संगीतकारों, गीतकारों और पब्लिशरों के साथ काम करने के सकारात्मक परिणाम देख चुके हैं. मुझे पूरा यकीन है कि जब परफॉर्मर और साउंड रिकॉर्डिंग से जुड़े सभी मालिकान मिलकर काम करेंगे तो इसके नतीजे भी काफ़ी सकारात्मक ही होंगे.”
इंडियन सिंगर्स राइट्स एसोसिएशन्स (ISRA) के संस्थापक, निदेशक और सीईओ श्री संजय टंडन ने कहा, “यह देखकर मुझे बेहद ख़ुशी हो रही है कि तमसम रिकॉर्ड लेबल और सभी कलाकार आख़िरकार साझा तौर पर प्रयास कर रहे हैं. इससे संगीत जगत को काफ़ी लाभ हासिल होगा और उसे वह मुकाम हासिल होगा जिसकी वह हक़दार है. ये ऐतिहासिक अनुबंध सभी के लिए एक बड़ी ख़ुशख़बरी है.”
भारतीय संगीत जगत के अध्यक्ष और सीईओ ब्लेस फ़र्नांडीस ने इस मौके पर कहा, “यह ऐतिहासिक समझौता भारतीय संगीत उद्योग के लिए काफ़ी सहायक साबित होगा जिससे उसे दुनिया के 10 सबसे बड़े संगीत उद्योगों में शामिल होने का मौका मिलेगा. जब सभी हितधारक एक जुट होकर एक ही लक्ष्य के प्रति काम करेंगे तो इस इसके नतीजे अच्छे ही होंगे और यही दुनिया भर में होता आया है.”