बरही प्रखंड अंतर्गत शिवपुर गडलाही में संचालित रेन्बो स्कूल मे शहीद दिवस पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का भावपूर्ण स्मरण किया गया। रेन्बो स्कूल में उन्हें निदेशक सिकन्दर प्रसाद कुशवाहा द्वारा श्रद्धांजलि अर्पित की गई। उन्होंने कहा कि अहिंसा के मार्ग पर चलकर अंग्रेजों को भारत से भागने को मजबूर कर दिया। नाथूराम गोडसे ने 30 जनवरी को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की गोली मारकर हत्या कर दी थी। उन्हीं की याद में 30 जनवरी को भारत में शहीद दिवस के रूप में मनाया जाता है। उनके आदर्शों एवं गुणों के बारे में बताया। महात्मा गांधी के विचारों में सुखी और सफल जीवन के सूत्र छिपे हैं।
भारत के स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में सबसे प्रसिद्ध हस्ती महात्मा गांधी की हत्या 30 जनवरी, 1948 को शाम की प्रार्थना के दौरान बिड़ला हाउस में गांधी स्मृति में नाथूराम गोडसे द्वारा की गई थी। उस समय वह 78 वर्ष के थे। इस दिन को शहीद दिवस के रूप में भी मनाया जाता है। वह भारत को एक धर्मनिरपेक्ष और एक अहिंसक राष्ट्र के रूप में बनाए रखने के प्रबल समर्थक थे, जिसके कारण उन्हें आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था।