रविवार को नेहरू युवा केन्द्र, गिरिडीह के तत्वाधान में सदर प्रखंड अंतर्गत सरस्वती शिशु विद्यामंदिर, बन्दरकुप्पी में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पराक्रम दिवस के रूप में मनाई गई। इस कार्यक्रम के अंतर्गत संगोष्ठी एवं निबंध प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया। संगोष्ठी में अतिथियों ने अपने-अपने विचार रखे।
मुख्य अतिथि सरस्वती शिशु विद्यामंदिर के प्रधानाचार्य प्रमोद कुमार ने कहा कि सुभाष चन्द्र बोस युवाओं के प्रेरणास्रोत हैं उनकी ओजस्वी वाणी से युवा आजादी की लड़ाई में कूद पड़े थे। आज के युवाओं को भी उनके पदचिन्हों पर चलने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि आजादी इतनी आसानी से नहीं मिली है सबने अपना बलिदान दिया था। नेताजी ने भी नारा दिया था ‘तुम मुझे खून दो,मैं तुम्हें आजादी दूंगा’, दिल्ली चलो, जय हिंद।
निबंध प्रतियोगिता में 25 प्रतिभागियों ने भाग लिया। निबंध प्रतियोगिता में प्रतिष्ठा कुमारी प्रथम, पलक गुप्ता द्वितीय एवं प्रकाश कुमार तृतीय स्थान पर रहे। विजयी प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया। मंच संचालन राष्ट्रीय युवा स्वयंसेवक प्रेमजीत सक्सेना ने किया। मौके पर वार्ड सदस्य प्रभाकर पांडेय, दिलीप, देवानंद, पूर्व राष्ट्रीय युवा स्वयंसेवक आकाश कु.गुप्ता, शिक्षक बाली मंडल, दिलकेश्वर, सुनील आदि उपस्थित रहे।