समाजसेवी हरिप्रिया भार्गव ने पिछले कई वर्षों से ऐसे कार्य किये और पहल की शुरुआत की जिससे समाज का उद्धार हुआ। सालों से उत्तर प्रदेश में बसी हरिप्रिया भार्गव ने न सिर्फ अपने राज्य बल्कि पूरे भारत में कई ऐसे सामाजिक कार्यों को दिशा दी जिससे असंख्य लोग अपने जीवन को बेहतर बनाने में सफल हुए। हरिपिया के मन में बसे धार्मिक भावों ने उन्हें समाज को बेहतर करने की राह पर चलने के लिए प्रेरित किया। इसी कारण अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण और उद्घाटन होना हरिप्रिया के जीवन में बहुत ही महत्वपूर्ण क्षण रहा। अपनी ख़ुशी को समाज में बसे सनातनियों और राम भक्तों के साथ साझा करने के लिए हरिप्रिया एक विशेष आयोजन किया। झाँसी, ललितपुर, चिरगांव, बबीना, महरौनी और कई शहरों और कस्बों में हरिप्रिया के सहयोग से हज़ारों राम भक्तों ने विराट एल इ डी स्क्रीन पर राम मंदिर प्रण प्रतिष्ठा का लाइव प्रसारण देखा।
इस आयोजन के विषय में बात करते हुए हरिप्रिया कहती हैं, “पिछले कई दिनों से समग्र भारत में हर्षोल्लास का वातावरण था। हर सनातनी और राम भक्त अयोध्या में अपने राम लल्ला की वापसी की राह देख रहा था। २२ जनवरी २०२४ इतिहास के पन्नों में हमेशा के लिए दर्ज हो गया है। प्रभु राम के अयोध्या लौटने की जो ख़ुशी मेरे मन में थी, मैं चाहती कि वह दूसरों के साथ भी बांटूं। इसलिए मैंने यह आयोजन किया। यह दिन राम भक्तों को सदैव याद रहेगा और मैं चाहती कि वे इसकी झलकियां अच्छे से देख पाएं। हम सारे राम भक्तों ने अपने सपने को साकार होते हुए साथ देखा और यह झलकियां सदा हमारे ह्रदय में बसी रहेंगी।
जहाँ – जहाँ हरिप्रिया ने विराट एल इ डी स्क्रीन पर राम मंदिर प्रण प्रतिष्ठा का लाइव प्रसारण किया, वहां उपस्थित सारे राम भक्तों को भोजन भी कराया गया। भोजन के अलावा उन्हें प्रसाद भी भेंट की गयी। इस कार्यक्रम के अंतर्गत हज़ारों परिवारों में दिए भी बांटे गए।सारा कार्यक्रम व्यवस्थित तरीके से आयोजित हुआ और हर्षोल्लास के साथ संपन्न हुआ। इस कार्यक्रम को आयोजित करने के लिए हरिप्रिया को हज़ारों राम भक्तों का आशीर्वाद मिला।
राम मंदिर प्रण प्रतिष्ठा के महत्व के बारे में हरिप्रिया आगे कहती हैं, “मोदी जी के कारण सारे सनातनियों का राम मंदिर बनते देखने का सपना साकार हुआ । तीस साल पहले मोदी जी इस उपक्रम के सारथी थे। आज वह राम भगवान् के मंदिर के प्रण प्रतिष्ठान में यजमान बने। मोदी जी, भारतीय जनता पार्टी, राष्र्टीय स्वयंसेवक संघ, विश्व हिन्दू परिषद, बजरंग दाल और सारे सनातनी संगठनों के कारण हम आज यह दिन देख पा रहे हैं। मैं इन सबका आभार प्रकट करती हूँ और सारे राम भक्तों को नमन करती हूँ । राम मंदिर के पुनः निर्माण में जिन्होंने अपना बलिदान दिया, उन्हें मैं अपनी श्रद्धांजलि अर्पण करती हूँ। मैं सर्वोच्च न्यायालय और न्यायाधीशों का आभार प्रकट करती हूँ जिनके कारण सत्य उजागर हुआ और सत्य की जीत हुई। राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा एक ऐतिहासिक और गौरवान्वित अवसर है । भारत को प्रगति पथ पर आगे बढ़ते रहने के लिए सारे सनातनियों का एकजुट होना आवश्यक है। हम सब एक होंगे तो भारत का भविष्य भी उज्जवल होगा। जात – पात से ऊपर उठ कर, एक हो कर मैत्रीपूर्ण भाईचारे से हमें आगे बढ़ना है।