जेईई मेन के पहले चरण की परीक्षा की तैयारी के लिए एक माह भी नहीं बचा है। अभ्यर्थियों ने अपना पाठ्यक्रम पहले ही पूरा कर लिया होगा; साथ ही, ऐसे कई अभ्यर्थी भी होंगे जो इसे पूरा करने के करीब हों।
यह सर्वविदित तथ्य है कि अच्छा स्कोर करने और उच्च रैंक पाने के लिए स्पीड और एक्यूरेसी जरूरी है। इसके लिए पाठ्यक्रम पूरा करने के बाद रिवीजन, प्रक्टिस, मॉक टेस्ट और पिछले वर्ष के प्रश्नपत्र हल करने चाहिए। इसके अलावा जेईई मेन्स की स्मार्ट तैयारी के लिए टाइम मैनेजमेंट के साथ हाई-वैटेज चैप्टर्स पर ध्यान केंद्रित करना जरूरी है।
केमिस्ट्री
आइए, सबसे पहले नजर डालते हैं केमिस्ट्री के हाई- वैटेज चैप्टर्स पर
(I) फिजिकल केमिस्ट्री
- लिक्विड सोल्यूशन्स
- केमिकल काइनेटिक्स
- एलेक्ट्रो केमिस्ट्री
(II) इनऑर्गेनिक केमिस्ट्री
- कोर्डिनेशन कंपाउंड्स
- केमिकल बॉन्डिंग
(III) आर्गेनिक केमिस्ट्री
1.जनरल आर्गेनिक केमिस्ट्री
2.आइसोमेरिस्म
3.एरोमेटिक कंपाउंड्स
4.कार्बोनिल कंपाउंड्स
केमिस्ट्री की तैयारी करते समय फार्मूले, रिएक्शंस और महत्वपूर्ण तथ्यों के संदर्भ के लिए नोट्स बनाने की सलाह दी जाती है। साथ ही, स्टूडेंट्स को लॉग 2 और 3 की वेल्यू याद रखना चाहिए, क्योंकि वे अक्सर केलकुलेशन में मौजूद होते हैं। जनरल ऑर्गेनिक केमिस्ट्री, केमिकल बॉन्डिंग और आइसोमेरिज्म पर विशेष फोकस होना चाहिए। इन विषयों से बड़ी संख्या में प्रश्न आने की संभावना रहती है।
मैथमेटिक्स
( I) अलजेब्रा
- मेट्रीसिस एंड डेटर्मिनेन्ट्स
- परमियूटेशन एंड कॉम्बिनेशन
- सीक्वेंस एंड प्रोग्रेशन
(II) कैलकुलस
- डिफरेंशियल एक्वेशन्स
- डेफिनेट इंटीग्रल
- कंटीन्यूटी एंड डिफ्रेंटिएबिलिटी
(III) कोआर्डिनेट ज्योमेट्री
- सर्किल एंड पैराबोला
- वेक्टर एंड 3-डी
(IV) स्टेटिस्टिक्स
स्टेटिस्टिक्स का गहन अध्ययन करने से 40 से 50 अंकों के प्रश्नों को हल करने की संभावना बढ़ सकती है। इसलिए, तैयारी के दृष्टिकोण से, स्टेटिस्टिक्स जेईई परीक्षा के लिए बहुत महत्व रखती है।
मैथमेटिक्स के लिए, अभ्यर्थी क्लास नोट्स, स्टडी मेटेरियल से अध्ययन कर सकते हैं। आप पिछले वर्ष के प्रश्न पत्रों को हल कर सकते हैं। जनवरी के महीने से छात्रों को कुछ भी नया पढ़ने से बचना चाहिए और नोट्स और फॉर्मूलों के रिवीजन पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। प्रश्नों को हल करने में जितना संभव हो उतना कम समय लगाना चाहिए।
फिजिक्स
- मैग्नेटिक इफ़ेक्ट ऑफ़ करंट– मैग्नेटिज्म
- काइनेटिक थ्योरी ऑफ़ गैसेस एंड डायनेमिक्स
- मॉडर्न फिजिक्स
- करंट इलेक्ट्रिसिटी
- जोमेट्रिकल ऑप्टिक्स
- रोटेशनल मोशन
फिजिक्स की तैयारी करते समय, स्टूडेंट्स को फिजिकल क्वान्टिटीज़ से जुड़ी विभिन्न यूनिट्स से परिचित होना चाहिए। उन्हें फार्मूलों और डायग्राम्स के लिए अपने नोट्स संभाल कर रखना चाहिए।
आगामी जेईई परीक्षा के लिए कुछ हाई-वैटेज महत्वपूर्ण चैप्टर्स को सूचीबद्ध करने के बाद, यह सलाह दी जाती है कि पढ़ते समय सभी विषयों पर समान ध्यान दिया जाए। हालाँकि ऊपर बताए गए चैप्टर्स का परीक्षा में अधिक महत्व है, लेकिन पेपर इस तरह से तैयार किया जाता है कि लगभग सभी चैप्टर्स से प्रश्न पूछे जाते हैं। इसलिए, छात्रों को महत्वपूर्ण चैप्टर्स पर ध्यान केंद्रित करते समय अन्य चैप्टर्स की उपेक्षा नहीं करनी चाहिए। यहां, फार्मूलों, रिएक्शंस, डायग्राम्स आदि के लिए नोट्स बनाने से त्वरित और प्रभावी रिवीजन में मदद मिल सकती है। परीक्षा की तैयारी करते समय, यह आवश्यक है कि अभ्यर्थी मॉक टेस्ट जरूर देते रहें। इन छोटे-छोटे सुझावों को ध्यान में रखकर छात्रों को जेईई परीक्षा में सफल होने में मदद मिल सकती है।