- मरीज को अपने इलाज से ज्यादा पैसा पार्किंग वाले को देना पड़ेगा यह कहां का नियम है :– चंद्र प्रकाश जैन
- नगर निगम के द्वारा शहर के विभिन्न स्थानों से पार्किंग वसूली की जा रही है, सदर अस्पताल को इससे बाहर रखना चाहिए।
हजारीबाग- जिले के शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज ऑफ अस्पताल में हजारों मरीज तथा उनके परिजन का आवागमन प्रतिदिन अस्पताल परिसर में होता है। लोग दूसरे पर आश्रित होकर अपनों का इलाज करने के लिए अस्पताल परिसर पहुंचते हैं और ऐसी दृष्टिकोण में अस्पताल परिसर में पिछले कई दिनों से पार्किंग वसूली की जा रही है। हर लोगों से पार्किंग वसूली में दो पहिया वाहन के लिए रु 10 शुल्क निर्धारित किया गया है वही चार पहिया वाहन वालों के लिए रु 20 शुल्क निर्धारित किया गया है। और यह महज 1 घंटे के लिए ही सीमित है। इस बात को लेकर हर कोई अपने-अपने हिसाब से विरोध तथा निंदा कर रहा है।
शहर के सामाजिक एवं धार्मिक कार्यों में अपनी सहभागिता सुनिश्चित करने वाले हजारीबाग यूथ विंग के संरक्षक चंद्रप्रकाश जैन एवं सचिव संजय कुमार मंगलवार को शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज ऑफ अस्पताल के परिसर पहुंचे। जहां पर हर व्यक्ति से पार्किंग शुल्क लिया जा रहा था। लोगों के द्वारा कहा जा रहा था कि बस हम तुरंत आ रहे हैं, इसके बावजूद लोगों से पार्किंग शुल्क लिया जा रहा था।
इस घटना को देखकर संरक्षक चंद्र प्रकाश जैन ने अस्पताल परिसर में नगर निगम पार्किंग शुल्क की निंदा करते हुए कहा कि यह नगर निगम के द्वारा अमानवीय कदम है, मरीज को अपने इलाज से ज्यादा पैसा पार्किंग वाले को देना पड़ेगा यह कहां का नियम है। मरीज अपने इलाज के लिए दूसरों पर आश्रित होकर आते हैं, यह अस्पताल में हर वर्ग के लोग पहुंचते हैं और उन्हें पार्किंग शुल्क देने में काफी कठिनाई होती है, साथ ही श्री जैन ने कहा कि नगर निगम के द्वारा हर तरफ वाहन पड़ाव के नाम पर पैसा वसूला जा रहा है, कम से कम अस्पताल परिसर को इससे बाहर रखना चाहिए, जिस तरह नगर निगम लोगों से पैसों की वसूली करता है उस तरह का काम नजर नहीं आता है। साथ ही श्री जैन ने नगर निगम तथा जिला प्रशासन से आग्रह करते हैं कि अस्पताल परिसर से पार्किंग वसूली को तत्काल हटाने का आग्रह किया, जिससे लोगों को हो रही असुविधा से वह लोग मुक्त हो सके।