- जय दादी की जयकारों की गूंज से गूंजता रहा मंदिर परिसर
- शहर के प्रसिद्ध गायक विकास सुगंध कैलाशी ने प्रस्तुत किया अनेकों दादी भजन
हजारीबाग। जिले में भक्ति भाव का माहौल हर तरफ देखने को मिल रहा है कार्तिक माह की समाप्ति के बाद मार्गशीर्ष के आगमन होते ही विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है इसी कार्यक्रम के बीच हजारीबाग शहर के मालवीय मार्ग स्थित राणी सती मंदिर परिसर में दो दिवसीय मार्गशीर्ष महोत्सव बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है जिसके प्रथम दिन मंगलवार को मंदिर परिसर में भव्य मंगल पाठ का आयोजन किया गया। सर्वप्रथम सबसे पहले मंदिर के प्रधान पुजारी शशिकांत मिश्रा के द्वारा राणी सती दादी की पूजा अर्चना की गई इसके बाद मंगल पाठ विधिवाद रूप से प्रारंभ हुआ पाठ करीब 5 घंटे लगातार चला, इस बीच मंदिर परिसर में जय दादी की जयकारों की गूंज लगती रही।
मंगल पाठ में शहर के सुप्रसिद्ध भजन गायक विकास सुगंध कैलाशी ने दादी के जन्म से लेकर विदाई तक के अनेकों भजन प्रस्तुत किया इस बीच उन्होंने दादी भक्तों को जमकर झुमाया, अपने भजनों में उन्होंने हमारी दादी है…. मोठी सेठानी जैसे अनेकों भजन प्रस्तुत किया।
वही पाठ के दौरान गजरा उत्सव, दादी का जन्म उत्सव जैसे अनेकों उत्सव दादी भक्तों के द्वारा आयोजित गई सभी दादी भक्ति पाठ के दौरान अति उत्साह में नजर आए। पाठ के दौरान सभी महिलाएं राजस्थानी परिधान में सम्मिलित हुई। दादी के जन्म के वक्त दादी भक्तों के द्वारा टॉफी का वितरण किया गया वहीं विदाई के वक्त मेहंदी का वितरण किया गया। अंत में राणी सती दादी का भव्य आरती के साथ मंगल पाठ संपन्न हुआ जिसके बाद दादी भक्तों के बीच प्रसाद का वितरण किया गया।
मौके पर दादी भक्तों ने कहा कि दादी की असीम कृपा और आशीर्वाद से मार्गशीर्ष महोत्सव का प्रथम दिन ऐतिहासिक रूप से संपन्न हुआ शहर के सुप्रसिद्ध भजन गायक ने अपने भजनों से दादी भक्तों को जमकर झुमाया। बुधवार को मंदिर परिसर मे प्रातःकाल में राणी सती दादी की पूजा अर्चना के उपरांत देर शाम तेरह सुहागन महिलाओं के द्वारा भव्य महा आरती के साथ दो दिवसीय मार्गशीर्ष महोत्सव ऐतिहासिक रूप से संपन्न होगी।