राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेवानिवृत्त) और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हल्द्वानी में उत्तराखण्ड मुक्त विश्वविद्यालय के छठे दीक्षांत समारोह का शुभारम्भ किया। इस दौरान 44 मेधावी छात्रों को स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री श्री डॉ. धन सिंह रावत भी उपस्थित रहे। इस दौरान राज्यपाल श्री सिंह ने कहा कि राज्य के विश्वविद्यालयों के लिए स्वायत्तता तथा जवाबदेही दोनों ही जरूरी है। हमें उत्तरदायित्व से भी आगे बढ़कर स्व-उत्तरदायी बनना है।
आत्मानुशासन बहुत जरूरी है। हमें अपने सिस्टम को इतना मजबूत बनाना है कि उसमें लीकेज के लिए कोई जगह ना बचे।राज्यपाल ने कहा कि मुक्त विश्वविद्यालय की व्यवस्था एक लचीली, सरल और सुगम व्यवस्था है। सर्वे के अनुसार देश में उच्च शिक्षा के कुल पंजीकरण में 10 प्रतिशत से अधिक डिस्टेंस एजुकेशन का है। यह शिक्षा पद्धती शिक्षा प्राप्त करने का आदर्श माध्यम है। मुख्यमंत्री श्री धामी ने सभी पदक विजेताओ को बधाई देते हुए कहा कि 21वीं सदी की आवश्यकताओं को देखते हुए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का उद्देश्य चिन्तशील, बहुमुखी प्रतिभा वाले रचनात्मक व्यक्तियों का विकास करना होना चाहिए।